आपको याद होगा कि दिल्ली के करोलबाद में 11 फरवरी 2019 को एक होटल में आग लगी थी. इस घटना में 17 लोगों की मौत हो गई थी. काफी नोटिस जारी हुई लेकिन फिर आप गारंटी से नहीं कह सकते कि दिल्ली की इमारतों ने आग के मामले में सुरक्षा के इस्तमाल को लेकर पहल की होगी. सिस्टम की तरफ से भी और मार्केट संघ और रेज़िडेंट वेलफेयर सोसायटी की तरफ से भी ठोस पहल न होने की ही गारंटी ज़्यादा है. ध्यान रखिए कि हम दिल्ली मुंबई की बात कर रहे हैं. मुज़फ्फरपुर, धनबाद और इंदौर की बात करने लगे तो पता नहीं वहां क्या हालत होगी. जैसे दिल्ली में आग बुझाने वाली यह गाड़ी राष्ट्रमंडल खेलों के समय ही आई. इस गाड़ी को ब्रांटो स्काईलिफ्ट कहते हैं. यह 70 मीटर के करीब ऊपर जाता है. पूरी दिल्ली के लिए यही स्काई लिफ्ट है. कहीं भी आग लगेगी तो यही गाड़ी जाएगी. इसके ज़रिए 20 से 23 मंज़िल तक ही पहुंच सकते हैं. इसके इस एक मशीन की कीमत 10 करोड़ है. दिल्ली के पास 5 ऐसी स्काई लिफ्ट है जो 45 मीटर तक जा सकती है. तीन हीं हैं, दो का आर्डर है. यह मशीन फिनलैंड से आई है. इसके ज़रिए बाहर से आप पहुंच सकते हैं लेकिन हमें बताया गया कि आग की सुरक्षा का इंतज़ाम भीतर से होना चाहिए. बाहर के भरोसे आप नहीं रह सकते हैं.