हर किसी की चाहत होती है कि वह ऊंची पहाड़ियों के बीच अपना एक छोटा सा घर बनाए. जम्मू कश्मीर में जब नए कानून लाए गए थे तो यह उम्मीद की जा रही थी कि भारत के अलग-अलग स्थानों के लोग भी जम्मू कश्मीर जाकर अपने लिए छोटा सा घर बना सकेंगे. हैरानी की बात है कि पिछले दो सालों में सिर्फ दो लोगों ने वहां पर प्रापर्टी खरीदी है. यह आंकड़ा केंद्रीय गृह मंत्रालय का है. मंत्रालय ने आज यह आंकड़ा लोकसभा में साझा किया है. कहा गया है कि जम्मू कश्मीर में जब से धारा 370 हटाई गई तब से सिर्फ दो लोगों ने वहां पर प्रापर्टी खरीदी है.