Parliament Monsoon Session: संसद के इतिहास में शायद ही कोई भाषण इतना बेबाक, दर्द भरा और सीधा दिया गया हो। कश्मीर से आए एक सांसद ने जब बोलना शुरू किया, तो उन्होंने सिर्फ अपनी नहीं, बल्कि लाखों कश्मीरियों की आवाज़ को बयां कर दिया।