कोविड का असर इस साल मोहर्रम पर भी पड़ा है. देशभर में कोविड प्रोटोकॉल के साथ मोहर्रम मनाया गया. दिल्ली की शिया जामा मस्जिद में जो जुलूस हर साल चार-पांच हजार लोगों के साथ निकलता था, उसमें मस्जिद के भीतर 20-25 लोगों ने ही उसे निकाला. वो भी ऐसे लोगों ने जिन्होंने टीका लगवा रखा था.