रवीश कुमार का प्राइम टाइम: प्रदूषण पर सुप्रीम कोर्ट की सख्ती का कितना असर?
प्रकाशित: नवम्बर 07, 2019 09:10 PM IST | अवधि: 6:10
Share
दिल्ली गाजियाबाद बॉर्डर पर एक ऐसा इलाका है जहां घनी आबादी के बीच फैक्ट्रियां चलती हैं. आबादी के बीच चल रही ये फैक्ट्रियां रात के वक्त बड़े पैमाने पर प्रदूषण फैलाती हैं. दिल्ली में इन फैक्ट्रियों को बंद कराना इसलिए भी मुश्किल है क्योंकि फैक्ट्रियों को सील करने का अधिकार जिला प्रशासन के पास, लाइसेंस देखने का काम एमसीडी के पास, प्रदूषण चेक करने का अधिकार दिल्ली प्रदूषण कंट्रोल कमेटी के पास, बिजली काटने का काम बीएसईएस और खतरों से भरी इस कार्रवाई को बिना दिल्ली पुलिस के सहयोग के अंजाम देना मुमकिन नहीं है. कोर्ट के आदेश के कारण इन विभागों में एकता तो आई है लेकिन वो कितने दिन टिकेगी. रवीश रंजन की यह रिपोर्ट देखिए इससे पता चलेगा कि सिस्टम को कैसे काम करना चाहिए, जिस तरह से अभी काम करते हुए दिख रहे हैं अगर साल भर काम करते हो प्रदूषण का यह हाल नहीं होता.