लाल किले में हुई हिंसा मामले में दर्ज FIR के मुताबिक, उत्तरी जिले के पुलिस कंट्रोल रूम को 26 जनवरी को 12 बजे सूचना मिली कि लोगों की भीड़ ट्रैक्टर और निजी वाहनों में लाल किले की तरफ बढ़ रही है. उस वक्त रिपब्लिक डे की परेड से झांकिया वापस लौट रही थीं. इन लोगों ने लाल किले पर पहुंचने के लिए आईटीओ से तीन जगह बैरिकेड तोड़े और पुलिसवालों को कुचलने की कोशिश की. हजारों की संख्या में उपद्रवी अंदर घुस गए, जिनके हाथों में पिस्टल, तलवार, फरसे और डंडे थे. पुलिसवालों को जान से मारने की नीयत से दौड़ा-दौड़ा कर मारा और बंधक बना लिया गया. उनका जो सामान था, वो लूट लिया गया.