कुछ साल पहले तक वे सुरक्षा बलों के खिलाफ थीं, लेकिन आज उनके साथ नक्सलियों के खिलाफ जंग लड़ रही हैं, छत्तीसगढ़ की संरक्षक देवी के नाम पर वर्दी पहने इन महिला कमांडो को नाम मिला है, 'दंतेश्वरी लड़ाके' का. आत्मसमर्पण कर चुकीं और सलवा जुडुम की पीड़ित महिलाएं वैसे तो सरेंडर के बाद ज्यादातर घरेलू कामों में व्यस्त हो जाती हैं लेकिन इनमें से कुछ हाथों में AK-47 लेकर नक्सलियों के खिलाफ जंग में अग्रिम मोर्चे पर डटी हैं.