हरियाली बढ़ाने के लिए पौधारोपण में तीन बार विश्व रिकॉर्ड बना चुके उत्तर प्रदेश में जंगलों का हाल क्या है. 2017 में आई फॉरेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया की रिपोर्ट बताती है कि करोड़ों पौधे लगने के बावजूद राज्य के जितने क्षेत्र में 2015 में जंगल था अब भी उतना ही है. बल्कि 25 जिलों में तो वन क्षेत्र घट गया है. गंभीर सूखे से जूझ रहे राज्य के बुंदेलखंड इलाके के सात जिलों में 300 करोड़ रुपए की लागत से अब तक 16 करोड़ से ज्यादा पौधे लगाए जा चुके हैं लेकिन वन क्षेत्र में बढ़त मामूली सी है. करोड़ों पौधे रख-रखाव और पानी की कमी से सूख चुके हैं. जबकि इसी बुंदलेखंड में एक आदमी ऐसा भी है जिसे अक्षरज्ञान नहीं है लेकिन बीते दस साल में बिना एक रुपया खर्च किए वो 40 हजार से ज्यादा पेड़ों से एक सूखे पहाड़ को घने जंगल में बदल चुके हैं.