तीसरे लॉकडाउन के बाद श्रमिकों के अपने गांव वापस लौटने का सिलसिला फिर तेज हो गया है. हालांकि पुलिस के डर से अब ये श्रमिक भूखे प्यासे रेल पटरी या गांव कस्बों के रास्ते उप्र और बिहार जाने की कोशिश कर रहे हैं. इन श्रमिकों के मुश्किल भरे सफर में कौन इनकी मदद कर रहा है देखिए रवीश रंजन शुक्ला की ये रिपोर्ट.