Blogs | रवीश कुमार |बुधवार अप्रैल 11, 2018 10:43 PM IST हम कहां जा रहे हैं, यह जानने से पहले हम कहां आ पहुंचे हैं, ज़रा रुक कर देख लेना चाहिए. जम्मू के कठुआ में बलात्कार के मामले में हमारे समाज ने अपना नक़ाब ख़ुद ही उतार दिया है. हम बेटियों की परवाह करते हैं यह ढोंग भी अपने आप सामने आ गया है. कठुआ में आठ साल की बच्ची के साथ बलात्कार के बारे में ही सुन लेंगे तो आपको यकीन हो जाएगा कि आप एक मरे हुए समय में जीने का भरम पाल रहे हैं.