India | Edited by: मेघा शर्मा |रविवार मार्च 31, 2024 12:37 PM IST जस्टिस नागरत्ना ने कहा कि उन्हें केंद्र सरकार के इस कदम के खिलाफ असहमत होना पड़ा क्योंकि 2016 में, जब निर्णय की घोषणा की गई थी, 500 रुपये और 1,000 रुपये के नोट बंद कर दिए गए थे जो कुल मुद्रा नोटों का 86% थे. इसमें से 98% नोटबंदी के बाद वापस आ गए थे.