Blogs | गुरुवार नवम्बर 20, 2014 12:36 PM IST ऐसे लोग तो हर जगह मिल जाएंगे जो लड़कियों को झांसा देते हैं। मगर यह कहना कि संगठित रूप से झांसा दिया जा रहा है इसका कोई ठोस प्रमाण तो होना ही चाहिए। लड़की के इंसाफ़ के सवाल को अपनी सियासत में बदल देना क्या उचित है?