ऐसे लोग तो हर जगह मिल जाएंगे जो लड़कियों को झांसा देते हैं। मगर यह कहना कि संगठित रूप से झांसा दिया जा रहा है इसका कोई ठोस प्रमाण तो होना ही चाहिए। हालांकि ऐसा होता नहीं दिख रहा। तो क्या इस लव जिहाद के बहाने कहीं लड़कियों के कैरियर की तरह अपना पति या प्रेमी चुनने की आज़ादी पर हमला तो नहीं हो रहा?