Blogs | क्रांति संभव |रविवार अक्टूबर 30, 2016 07:13 PM IST मैं हद से ज़्यादा प्रेम में पड़ा हुआ था और रामकटोरी को मेरी भावनाओं की कोई क़द्र नहीं थी. पहली नज़र में होने वाले प्यार पर शक़ होना वाजिब है, लेकिन रामकटोरी के लिए जिस तरह से प्रेम ग्राफ़ मेरा चढ़ा था, वह बहुत ही संतुलित तरीक़े से परवान पर पहुंचा था. पर पता नहीं क्यों रामकटोरी ने कई बार मुझे धोखा दिया था.