Blogs | कमाल खान |बुधवार अक्टूबर 19, 2016 12:15 PM IST तुलसीदास जी ने रामचरित मानस के लंका कांड में रावण वध का जिक्र किया है. वे लिखते हैं कि रावण के शव पर रोते हुए मंदोदरी ने कहा कि "राम बिमुख अस हाल तुम्हारा...रहा न कोऊ कुल रोवन हारा.'' यानी राम से विमुख होकर तुम्हारा यह हाल हुआ कि तुम्हारी मौत पर तुम्हारे खानदान में कोई रोने वाला ही नहीं है. लेकिन हमारे मुल्क के नेताओं ने मंदोदरी की बात गांठ बांध ली है. उन्होंने तय किया है कि वे किसी चुनाव के वक्त राम से विमुख नहीं रहेंगे.