'मंदिर में महिलाओं पर बैन'

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  • India | ख़बर न्यूज़ डेस्क |बुधवार जनवरी 2, 2019 11:07 AM IST
    केरल के सबरीमाला मंदिर का इतिहास टूट गया है. सूत्रों की मानें तो सबरीमाला मंदिर में दो महिलाओं की एंट्री हुई है और इस तरह से मंदिर के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है. बता दें कि 10 से 50 साल की महिलाओं की एंट्री पर मंदिर की ओर से बैन है, जिसे सुप्रीम कोर्ट ने हटा दिया था. मगर इसके बाद भी मंदिर ने यह बैन बरकरार रखा. हालांकि, बुधवार को पुलिस सूत्रों ने कहा कि 50 साल से कम उम्र की दो महिलाओं ने मंदिर में एंट्री ली है.
  • India | ख़बर न्यूज़ डेस्क |शुक्रवार सितम्बर 28, 2018 01:05 PM IST
    केरल में सबरीमाला मंदिर में सभी आयु वर्ग की महिलाओं की रोक पर से शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने बैन हटा दिया. सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में केरल के सबरीमाला स्थित अय्यप्पा स्वामी मंदिर में सभी आयु वर्ग की महिलाओं को प्रवेश की अनुमति दे दी. चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय पीठ ने 4:1 के बहुमत के फैसले में कहा कि केरल के सबरीमाला मंदिर में रजस्वला आयु वर्ग की महिलाओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लैंगिक भेदभाव है और यह परिपाटी हिन्दू महिलाओं के अधिकारों का उल्लंघन करती है. मगर इस फैसले पर सबरीमाला मंदिर के मुख्य पुजारी ने निराशा जताई है. 
  • India | ख़बर न्यूज़ डेस्क |शुक्रवार सितम्बर 28, 2018 01:07 PM IST
    केरल के सबरीमाला मंदिर (Sabarimala Temple Case) में हर उम्र की महिलाओं के प्रवेश पर लगे रोक से बैन हटा दिया है. सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने अपने फैसले में सबरीमाला मंदिर के दरवाजे हर उम्र की महिलाओं के लिए खोल दिये. साथ ही बहुमत के फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मंदिर में महिलाओं के प्रवेश पर रोक असंवैधानिक है. बता दें कि अब तक 10 से 50 साल की उम्र की महिलाओं को मंदिर में प्रवेश की इजाजत नहीं थी. मगर अब सब मंदिर में दर्शन करने जा सकेंगे. सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला 4-1 के बहुमत से आया. क्योंकि जस्टिस इंदु मल्होत्रा की इस मामले में अलग राय थी. 
  • India | Reported by: आशीष भार्गव |शुक्रवार सितम्बर 28, 2018 01:53 PM IST
    केरल के सबरीमाला मंदिर (Sabarimala Temple Case) में सभी उम्र की महिलाओं के प्रवेश के मामले में सुप्रीम कोर्ट की पांच जजों की संविधान पीठ आज यानी शुक्रवार को फैसला सुनाया. सुप्रीम कोर्ट ने बहुमत से अपने फैसले में सबरीमाला मंदिर में महिलाओं की एंट्री पर लगे बैन को हटा दिया. सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अब सबरीमाला मंदिर के दरवाजे सभी महिलाओं के लिए खोल दिये गये.  फिलहाल 10 से 50 साल की उम्र की महिलाओं को मंदिर में प्रवेश की इजाजत नहीं थी. दरअसल, सुप्रीम कोर्ट को केरल के सबरीमाला मंदिर में 10-50 साल की उम्र की महिलाओं के प्रवेश पर रोक को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर अपना फैसला सुनाया है. चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा की अगुवाई वाली पांच सदस्यीय संविधान पीठ ने आठ दिनों तक सुनवाई करने के उपरांत 1 अगस्त को इस मामले में अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था. इंडियन यंग लॉयर्स एसोसिएशन और अन्य ने इस प्रथा को चुनौती दी है. उन्होंने यह कहते हुए कि यह प्रथा लैंगिक आधार पर भेदभाव करती है, इसे खत्म करने की मांग की है. याचिकाकर्ताओं का यह भी कहना है कि यह संवैधानिक समानता के अधिकार में भेदभाव है. एसोसिएशन ने कहा है कि मंदिर में प्रवेश के लिए 41 दिन से ब्रहचर्य की शर्त नहीं लगाई जा सकती क्योंकि महिलाओं के लिए यह असंभव है.
  • India | Reported by: आशीष भार्गव |बुधवार सितम्बर 5, 2018 12:25 PM IST
    सुप्रीम कोर्ट ने मलयालम उपन्यास मीशा पर बैन लगाने से इनकार कर दिया है. कोर्ट ने किताब पर बैन लगाने वाली याचिका को भी खारिज कर दिया है. मामले की सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा कि लेखक की कल्पना को स्वतंत्रता का आनंद लेना चाहिए. दरसअल उपन्यास में मंदिर जाने वाली हिंदू महिलाओं के चरित्र को लेकर उठाए सवाल उठाये गए थे.
  • Faith | ख़बर न्यूज़ डेस्क |बुधवार जुलाई 25, 2018 05:06 PM IST
    सबरीमाला मंदिर विवाद पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने इस दलील पर सहमति नहीं जताई कि बिना किसी व्यवधान के निरंतर जारी 'परंपरा और रीति रिवाजों' को 'आधुनिक सिद्धांतों ' के आधार पर जांचा-परखा नहीं जा सकता.
  • India | Edited by: Bhasha |सोमवार मार्च 7, 2016 07:30 PM IST
    पूजा स्थलों पर लैंगिक भेदभाव के खिलाफ अभियान को तेज करते हुए लगभग 150 महिलाएं आज भूमाता ब्रिगेड के बैनर तले महाराष्ट्र के नासिक जिले के प्रसिद्ध त्रयंबकेश्वर मंदिर के लिए रवाना हो गईं। इन महिलाओं का इरादा भगवान शिव के मंदिर के गर्भगृह में महिला श्रद्धालुओं के प्रवेश पर लगे प्रतिबंध को तोड़ने का है।
  • India | Edited by: Ashish Kumar Bhargava |शुक्रवार फ़रवरी 12, 2016 05:56 PM IST
    सुप्रीम कोर्ट अब इस मामले की सुनवाई करेगा कि क्या 10 साल से 50 साल के बीच की उम्र की महिलाओं को सबरीमाला मंदिर में पूरी तरह बैन लगाया जा सकता है जबकि ऐसा कोई महिला और पुरुष के बीच भेदभाव वेद, उपनिषद या किसी शास्त्र में नहीं है।
  • India | Edited by: Ashish Kumar Bhargava |सोमवार जनवरी 11, 2016 05:47 PM IST
    सुप्रीम कोर्ट केरल के सबरीमाला में अयप्पा मंदिर मामले की सुनवाई 8 फरवरी को करेगा। दरअसल इस मंदिर में 10 साल से 50 साल के बीच की महिलाओं के प्रवेश पर बैन लगाया गया है। ये प्रथा सालों से चल रही है। इसके खिलाफ महिला वकीलों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है।
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