Blogs | रवीश कुमार |शुक्रवार सितम्बर 29, 2017 02:05 PM IST आशा ही नहीं अपितु पूर्ण विश्वास है कि आप सकुशल होंगे. मैं हमेशा आपके स्वास्थ्य की मंगलकामना करता हूं. आप असीम ऊर्जा के धनी बने रहें, इसकी दुआ करता हूं. पत्र का प्रयोजन सीमित है. विदित है कि सोशल मीडिया के मंचों पर भाषाई शालीनता कुचली जा रही है. इसमें आपके नेतृत्व में चलने वाले संगठन के सदस्यों, समर्थकों के अलावा विरोधियों के संगठन और सदस्य भी शामिल हैं. इस विचलन और पतन में शामिल लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है.