सबख़बरेंवीडियो'कर्नाटक से पलायन' - 5 न्यूज़ रिजल्ट्स एक हाथ में कुदाल, दूजे में कॉपी-किताब, गन्ना मजदूरों के बच्चों के लिए खेत में ही खुली पाठशालाIndia | Reported by: Robin David , सोहित राकेश मिश्र, Edited by: प्रमोद कुमार प्रवीण |रविवार जनवरी 3, 2021 03:21 PM IST एक आंकड़े के मुताबिक, केवल महाराष्ट्र के सूखाग्रस्त बीड जिले से 5 लाख मजदूर पश्चिमी महाराष्ट्र, कर्नाटक और तमिलनाडु में मजदूरी करने जाते हैं.पुलिस और रेलवे अधिकारियों का दावा, बेंगलुरु से पलायन रुकाIndia | सोमवार अगस्त 20, 2012 09:40 PM IST विश्वास बहाली के उपायों और व्यापक सुरक्षा उपायों के चलते बेंगलुरु से पूर्वोत्तर के लोगों का अपने गृह राज्य के लिए पलायन रुक गया है। ये लोग असम हिंसा के बदला लिए जाने के डर से यहां से पलायन कर रहे थे।कर्नाटक में अफवाह फैलाने के आरोप में 16 गिरफ्तारIndia | शनिवार अगस्त 18, 2012 10:47 PM IST कर्नाटक से पलायन करके पूर्वोत्तर के हजारों लोग शनिवार को असम की राजधानी गुवाहाटी पहुंचे। उधर, पुलिस ने अफवाह फैलाने के आरोप में 16 लोगों को गिरफ्तार किया। सीबीआई ने इस मामले में सात मामले दर्ज किए हैं।पलायन रोकने की कोशिश, असम के मंत्री पहुंचे कर्नाटकIndia | शनिवार अगस्त 18, 2012 10:21 AM IST कर्नाटक से असम सहित पूर्वोत्तर राज्यों के लोगों की वापसी को रोकने के लिए असम के दो मंत्री कर्नाटक पहुंचे और उन्होंने रेलवे स्टेशन जाकर पूर्वोत्तर के लोगों से कर्नाटक न छोड़ने की अपील की।पूर्वोत्तर के लोगों से शेट्टार की अपील : सरकार आपके साथ, डरने की जरूरत नहींIndia | शुक्रवार अगस्त 17, 2012 10:49 AM IST एसएमएस और फेसबुक के जरिये असम और पूर्वोत्तर के छात्रों को निशाना बनाने की अफवाहों के पीछे किसका हाथ है, इसका पता लगाने के लिए कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने जांच के आदेश दिए हैं।और पढ़ें » 'कर्नाटक से पलायन' - 6 वीडियो रिजल्ट्स महाराष्ट्र में हर साल पलायन करने वाले मजदूर के बच्चों के लिए खेत में ही खुला स्कूलJan 02, 20212:38कर्नाटक: बेंगलुरू समेत राज्य के तीन बड़े शहरों में फिर से लगा लॉकडाउनJul 14, 20202:38पलायन से कर्नाटक में बढ़ी मुसीबतेंAug 18, 20122:02पलायन रोकने की कोशिश, असम के मंत्री पहुंचे कर्नाटकAug 18, 20123:01पूर्वोत्तर के लोगों को डरने की जरूरत नहीं : शेट्टारAug 17, 20121:30सोशल मीडिया से प्रचार या दुष्प्रचार?Aug 16, 201242:55और देखें »