'Indian history'

- 93 न्यूज़ रिजल्ट्स
  • Career | Written by: नेहा फरहीन |शुक्रवार जनवरी 15, 2021 09:36 AM IST
    Indian Army Day 2021: आज सेना दिवस है. हर साल 15 जनवरी को सेना दिवस (Army Day 2021) मनाया जाता है. इस साल भारत का 73वां सेना दिवस मनाया जा रहा है. यह दिन सैन्य परेडों, सैन्य प्रदर्शनियों व अन्य कार्यक्रमों के साथ नई दिल्ली व सभी सेना मुख्यालयों में मनाया जाता है. सेना दिवस (Army Day 2021) के अवसर पर पूरा देश थल सेना की वीरता, अदम्य साहस, शौर्य और उसकी कुर्बानी को याद करता है.भारतीय सेना दिवस (Indian Army Day) हर साल 15 जनवरी को फील्ड मार्शल केएम करियप्पा (Field Marshal KM Cariappa) के सम्मान में मनाया जाता है. साल 1949 में आज ही के दिन भारत के अंतिम ब्रिटिश कमांडर-इन-चीफ जनरल फ्रांसिस बुचर  (General Sir Francis Butcher)  की जगह तत्कालीन लेफ्टिनेंट जनरल के एम करियप्पा ने ली थी. करियप्पा ने 1947 में भारत-पाक के बीच हुए युद्ध में भारतीय सेना की कमान संभाली थी. 
  • Career | Edited by: प्रियंका शर्मा |मंगलवार दिसम्बर 22, 2020 09:35 AM IST
    National Mathematics Day 2020: भारतीय गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन की उपलब्धियों को मान्यता देने के लिए हर साल 22 दिसंबर को राष्ट्रीय गणित दिवस मनाया जाता है, जिसका जन्म 1887 में इसी तारीख को हुआ था. साल 2012 में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने राष्ट्रीय गणित दिवस की घोषणा की थी.
  • India | Reported by: भाषा |शनिवार दिसम्बर 19, 2020 09:57 AM IST
    भारत को आजादी दिलाने के लिए अपना सब कुछ न्‍योछावर करने वाले स्वतंत्रता सेनानियों राम प्रसाद बिस्‍मिल, अशफाक उल्‍ला खान और ठाकुर रोशन सिंह को 1927 में 19 दिसम्बर के दिन ही फांसी दी गई थी. इस दिन को शहादत दिवस के रूप में मनाया जाता है. आजादी के इन मतवालों को काकोरी कांड को अंजाम देने के लिए फांसी पर चढ़ाया गया था. 
  • Literature | Reported by: भाषा |गुरुवार दिसम्बर 3, 2020 09:17 AM IST
    ब्रिटिश भारतीय पत्रकार और लेखिका अनिता आनंद की किताब ‘‘ द पेशेंट असैसिन : ए ट्र टेल ऑफ मैसकर, रिवेंज ऐंड द राज’’ को यहां का प्रतिष्ठित इतिहास साहित्य पुरस्कार प्रदान किया गया है. उल्लेखनीय है कि इस किताब में उन्होंने वर्ष 1919 में अमृतसर के जालियांवाला बाग में हुए नरसंहार से घिरे एक युवक (क्रांतिकारी उधम सिंह)की कहानी को पिरोया है.
  • India | Written by: मानस मिश्रा |शनिवार अगस्त 15, 2020 07:26 AM IST
    कहानी भारत के राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे की....देश की आन-बान और शान के प्रतीक हमारे तिरंगे का इतिहास भी उतना ही दिलचस्प है जितनी भारत की आजादी से जुड़ा घटनाक्रम है. दरअसल हमारे तिरंगे से जुड़े तथ्यों में से एक फ्रांसीसी क्रांति से भी जुड़ा माना जाता है. उस समय फ्रांस के झंडा भी तिरंगा था. 1831 में हुई फ्रांसीसी क्रांति ने नेशनल्जिम को जन्म दिया था. हालांकि इसको हिन्दी में राष्ट्रवाद कहने पर अलग-अलग मत भी सामने आते हैं. लेकिन ज्यादातर विद्वान क्रांति को ही राष्ट्रवाद का जनक मानते हैं. फ्रांस में हुए इस घटना के बाद भारत में भी 1857 की क्रांति हुई थी. 20 वीं शताब्दी में हुए स्वदेशी आंदोलन के समय भी प्रतीक के तौर एक झंडे की जरूरत महसूस की गई. इसके बाद 7 अगस्त 1906 को बंग आंदोलन में पहली बार तिरंगा फहराया गया था.
  • Career | Reported by: भाषा |मंगलवार जून 16, 2020 10:16 AM IST
    इतिहास में 16 जून की तारीख पर बहुत सी घटनाएं दर्ज हैं. इनमें सबसे महत्वपूर्ण घटना करीब 55 साल पुरानी है, जब रूस की एक महिला ने पहली बार अंतरिक्ष के लिए उड़ान भरी. रूस की इस 26 वर्षीय महिला का नाम लेफ्टिनेंट वलेंटीना तेरेशकोवा था और उन्होंने रूस की राजधानी मोस्को से 16 जून 1963 को अंतरिक्ष यान - वोस्टोक 6 में सवार होकर अंतरिक्ष की ओर अपना सफर शुरू किया था. दुनिया में किसी भी महिला की यह अंतरिक्ष की ओर पहली उड़ान थी.
  • Career | Reported by: भाषा |सोमवार जून 15, 2020 10:38 AM IST
    देश के बंटवारे को इतिहास की सबसे दुखद घटनाओं में शुमार किया जाता है. यह सिर्फ दो मुल्कों का नहीं बल्कि घरों का, परिवारों का, रिश्तों का और भावनाओं का बंटवारा था. रातोरात लोगों की तकदीर बदल गई. कोई बेघर हुआ तो किसी को नफरत की तलवार ने काट डाला. किसी का भाई सीमापार चला गया तो कोई अपने परिवार को छोड़कर इस ओर चला आया. एक रात पहले तक भाइयों की तरह रहने वाले दो समुदायों के लोग हमसाए से अचानक दुश्मन बन गए और इस बंटवारे ने दोनो समुदायों के लोगों के दिलों में नफरत की ऐसी खाई खोद दी, जिसे पाटने की कोई कोशिश आज तक कामयाब नहीं हो पा रही है. बंटवारे के उस दुखद इतिहास में 15 जून का दिन इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि कांग्रेस ने 1947 में 14-15 जून को नयी दिल्ली में हुए अपने अधिवेशन में बंटवारे के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी. आजादी की आड़ में अंग्रेज भारत को कभी न भरने वाला यह जख्म दे गए.
  • Career | Reported by: भाषा |गुरुवार जून 11, 2020 12:03 PM IST
    आज साल के छठे महीने का 11वां दिन और जाते साल का 162वां दिन है और अब 203 दिन का सफर बाकी है.11 जून के इतिहास की बात करें तो इसी दिन देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की इच्छा के अनुरूप उनकी अस्थियों को देश की धरती पर बिखेर दिया गया था. दुनिया के इतिहास में ब्रिटेन के लिए 11 जून के दिन का खास महत्व है. दरअसल वह 11 जून का ही दिन था जब ब्रिटेन की 'लौह महिला' कही जाने वाली मार्गरेट थैचर ने तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री का पद संभाला और देश के 160 बरस के इतिहास में यह उपलब्धि हासिल करने वाली वह पहली राजनेता बनीं.
  • Career | Edited by: भाषा |बुधवार जून 10, 2020 01:08 PM IST
    भारतीय क्रिकेट के इतिहास के लिए 10 जून के दिन का खास महत्व है. यही वह दिन है, जब भारतीय टीम को पहली बार लॉर्ड्स के मैदान पर टेस्‍ट मैच में जीत हासिल हुई. कपिल देव की अगुवाई में भारतीय टीम ने 10 जून, 1986 को इंग्‍लैंड को 5 विकेट से हराकर इतिहास रचा था. लॉर्ड्स को क्रिकेट का मक्का कहा जाता है और वहां जीत दर्ज करना अपने आप में क्रिकेट के हज के बराबर है. 1986 में भारतीय टीम जब इंग्‍लैंड दौरे पर गई थी तो पहले ही टेस्‍ट मैच में ऐसी अप्रत्‍याशित जीत मिल जाएगी, यह किसी ने नहीं सोचा था.
  • Career | Reported by: भाषा |शुक्रवार जून 5, 2020 11:01 AM IST
    जून का पहला सप्ताह और उसमें भी पांच जून का दिन देश के सिखों के जहन में एक दुखद घटना के साथ दर्ज है.भारतीय सेना ने इस दिन अमृतसर के स्वर्ण मंदिर परिसर में प्रवेश किया था. सिखों के इस सर्वाधिक पूजनीय स्थल पर सेना के अभियान को ऑपरेशन ब्लू स्टार नाम दिया गया था. दरअसल देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी देश के सबसे खुशहाल राज्य पंजाब को उग्रवाद के दंश से छुटकारा दिलाना चाहती थीं, लिहाजा उन्होंने यह सख्त कदम उठाया और खालिस्तान के प्रबल समर्थक जरनैल सिंह भिंडरावाले का खात्मा करने और सिखों की आस्था के पवित्रतम स्थल स्वर्ण मंदिर को उग्रवादियों से मुक्त करने के लिए यह अभियान चलाया.
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