Other Cities | Reported by: IANS |गुरुवार जनवरी 23, 2020 08:56 AM IST संदीप पांडेय ने कहा कि देश की गंगा-जमुनी संस्कृति के विपरीत समाज को हिंदू और मुसलमानों में बांटने वाले लोग वही हैं, जिन्होंने ब्रिटिश राज के दौरान भी यही काम किया था और इसके बदले ब्रिटिश हुकूमत से वजीफा पाते थे. ये 'फूट डालो और राज करो' की अंग्रेजों की नीति पर चलने वाले लोग हैं. उन्होंने दावा किया कि नकाबपोश गुंडे, जिसे कुछ दक्षिणपंथी संगठनों ने किराए पर लिया था.