'1962 Indo China war'

- 7 न्यूज़ रिजल्ट्स
  • India | Reported by: अनुराग द्वारी, Edited by: तूलिका कुशवाहा |सोमवार जून 22, 2020 08:49 PM IST
     ये कहानी है एक ऐसे युद्ध बंदी की जो कि 1962 की जंग में गलती से भारत की सीमा में प्रवेश कर गया और फिर अगले सात सालों तक देश की अलग अलग जेलों में युद्ध बंदी की तरह रहा. आजाद हुआ तो उसने भारत को ही अपना घर बना लिया.
  • India | Reported by: नीता शर्मा, Edited by: नितेश श्रीवास्तव |रविवार मई 17, 2020 08:28 AM IST
    पिछले कुछ दिनों से चीन वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर अपनी मौजूदगी को बढ़ा रहा है. नॉर्थ ब्लॉक तक पहुंचने वाली रिपोर्ट के अनुसार चीन के रवैये को देखते हुए भारत अपनी स्थिति को मजबूत कर रहा है.भारत सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया,"चूंकि पिछले कुछ दिनों से चीन LAC पर अपने सैनिकों की संख्या को बढ़ा रहा है ऐसे में हम उस क्षेत्र में अपनी मौजूदगी बढ़ा रहे हैं."
  • India | प्रभात उपाध्याय |बुधवार नवम्बर 14, 2018 11:38 AM IST
    जब जवाहरलाल नेहरू (Jawaharlal Nehru) ने बोलना शुरू किया तो करीब डेढ़ घंटे बोलते रहे. प्रेस कांफ्रेंस में चीनी प्रधानमंत्री के प्रति उन्होंने अपनी भड़ास जमकर निकाली'. हार पर नेहरू ने कहा, 'चीन एक सैनिक मानसिकता का राष्ट्र है जो हमेशा सैन्य साजो-सामान को मजबूत करने पर जोर देता है....यह उनके अतीत के गृहयुद्ध की ही एक निरंतरता है. इसलिये आमतौर पर वे मजबूत स्थिति में हैं'. नेहरू ने अपनी प्रेस कांफ्रेंस में विपक्षी नेताओ पर भी निशाना साधा और यहां तक कह डाला कि 'हमारे विपक्षी नेताओं की आदत है कि वे बिना किसी सिद्धांत के हर किसी से गठजोड़ कर लेते हैं. ऐसा भी हो सकता है कि वे चीनियों से गठजोड़ कर लें'.
  • Bollywood | Edited by: अल्केश कुशवाहा |शनिवार जनवरी 27, 2018 02:51 PM IST
    फिल्म में मरणोपरांत सर्वोच्च सैनिक सम्मान परमवीर चक्र से सम्मानित सूबेदार जोगिंदर सिंह की शौर्य गाथा बड़े पर्दे पर दिखाई जाएगी.
  • India | बुधवार मार्च 19, 2014 12:19 AM IST
    1962 में भारत और चीन के बीच हुई लड़ाई में भारत की हार की जांच करने वाली कमेटी ने जवाहर लाल नेहरू को जिम्मेदार ठहराया था। जवाहरलाल नेहरू उस वक्त भारत के प्रधानमंत्री थे। इस बात का खुलासा एक ऑस्ट्रेलियाई पत्रकार नैविल मैक्सवेल ने किया है।
  • Zara Hatke | गुरुवार सितम्बर 20, 2012 01:04 AM IST
    सेना प्रमुख जनरल बिक्रम सिंह ने बुधवार को कहा कि चीन के साथ 1962 में हुआ युद्ध दोहराया नहीं जा सकता। इस युद्ध में भारत को पराजय का सामना करना पड़ा था।
  • World | गुरुवार जून 28, 2012 09:41 PM IST
    सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के अखबार ने लिखा है कि वर्ष 1962 का युद्ध पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू को एक झटका देकर अमेरिका और पूर्व सोवियत संघ के प्रभाव से जगाने के लिए था।
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