सपने सच होते हैं इसके लिए सपने देखना ज़रूरी और उन्हें साकार करने की राह में आगे बढ़ना ज़रूरी है और लगातार मेहनत करते रहना भी ज़रूरी है. कुछ ऐसा ही कहना है भारत के उम्र में सबसे छोटे पॉप स्टार तनिष्क सिंह उर्फ पैराडॉक्स का. एक आम युवा जो कि सिर्फ़ 19 साल का है और अपनी मेहनत से वो गीतकार, संगीतकार बनता है और प्रसिद्ध रियलिटी शो एमटीवी हसल 2.0 में अपनी मज़बूत जगह बनाने में कामयाब होता है. एमटीवी के 10 हफ़्तों तक चले शो हसल 2.0 में साधारण से दिखने वाले इस रैपर ने अपनी शानदार कला से लाखों दिल जीते ही और अपनी कड़ी मेहनत के चलते शो के फर्स्ट रनर-अप बने.
तनिष्क उर्फ़ पैराडॉक्स के बारे में बात करें तो उनका बचपन से ही संगीत की ओर झुकाव था. बचपन में उन्होंने गिटार बजाना सीखा और 12 साल की उम्र में उनका ध्यान दूसरे वाद्य यंत्रों और पश्चिमी संगीत पर भी केंद्रित हो गया. 14 साल की उम्र तक उन्होंने रैप लिखना शुरू भी कर दिया था. साल 2020 में रोहन करियप्पा के वन मिनट रैप चैलेंज में तीसरा स्थान हासिल करने के बाद उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल पर अपने लिखे हुए रैप गाकर पोस्ट करना शुरू कर दिया. बाद में वे रैप साइफर में शामिल हुए और नेपाली हिप-हॉप संगीतकारों के साथ सहयोग करने वाले पहले भारतीय रैपर बन गए.
उनके द्वारा गाये हुए गीत जादुगर ऐसा जादू कर जिससे उन्हें विशेष पहचान मिली. उस गीत को इंटरनेट पर 16.5 मिलियन से ज़्यादा बार स्ट्रीम किया गया है. अपनी मेहनत के दम पर तेजी से आगे बढ़ते हुए पैराडॉक्स भारत में सबसे अधिक फॉलो किए जाने वाले रैपर्स में से एक बन गये, जिनके 8 लाख 75 हज़ार से अधिक इंस्टाग्राम फॉलोअर्स और 2 लाख 68 हज़ार यूट्यूब पर सब्सक्राइबर्स हैं.
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