न्यूयार्क:
अगर आप 65 साल के हैं और अभी भी काम कर रहे हैं तो यह आपके जीवन के कुछ साल और बढ़ा सकता है। नए शोध से यह जानकारी मिली है कि जल्दी रियाटर होने वाले मरते भी जल्दी हैं। शोध में बताया गया है कि काम और दीर्घायु में गहरा संबंध है। स्वस्थ लोग जब 65 साल के बाद एक साल ज्यादा काम करते हैं, उनकी मौत की संभावना 11 फीसदी कम हो जाती है। अस्वस्थ लोग जब सेवानिवृत्ति के बाद एक साल ज्यादा काम करते हैं तो उनकी मौत का खतरा 9 फीसदी कम हो जाता है। इससे यह पता चलता है कि देर से सेवानिवृत्त होना दीर्घायु होने में सहायक है।
शोध प्रमुख अमेरिका के ऑरेगन स्टेट विश्वविद्यालय के चेनकाई वू का कहना है, "हो सकता है कि यह बात सभी पर लागू नहीं होती हो, लेकिन हम समझते हैं कि काम करने से लोगों को काफी ज्यादा सामाजिक और आर्थिक फायदा होता है, जो उनके जीवन की अवधि को प्रभावित करता है।"
शोध दल ने कुल 2,956 लोगों का अध्ययन किया जो 1992 से 2010 के बीच सेवानिवृत्त हुए थे। सेवानिवृत्ति के बाद इनकी सेहत पर नजर रखी गई। लोगों के जल्दी सेवानिवृत्त होने का एक कारण उनका स्वास्थ्य खराब होना भी है, जिसके कारण उनकी मौत भी जल्दी होती है। इसलिए शोधकर्ताओं ने इस संबंध में पूर्वाग्रह कम करने के लिए एक रास्ता निकाला।
उन्होंने प्रतिभागियों को दो समूह में बांट दिया। एक जिनका स्वास्थ्य बिल्कुल ठीक था और दूसरे वे जो स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से जूझ रहे थे। इस शोध के दौरान 12 फीसदी स्वस्थ सेवानिवृत लोग और 25.6 फीसदी अस्वस्थ्य सेवानिवृत्त लोगों की मौत हो गई।
इस शोध में पाया गया कि प्रतिभागी चाहे स्वस्थ हों या अस्वस्थ हों, एक साल ज्यादा काम करने से उनकी मृत्यु दर कम हो जाती है। यह शोध एपीडेमियोलॉजी एंड कम्युनिटी हेल्थ जर्नल में प्रकाशित हुआ है।
वू का कहना है, "इस क्षेत्र में हुए ज्यादातर शोधों में सेवानिवृत्ति में देरी के आर्थिक प्रभाव पर ध्यान दिया गया था। मैंने सोचा कि इसके स्वास्थ्य पर असर को भी देखना ठीक रहेगा।"
शोध प्रमुख अमेरिका के ऑरेगन स्टेट विश्वविद्यालय के चेनकाई वू का कहना है, "हो सकता है कि यह बात सभी पर लागू नहीं होती हो, लेकिन हम समझते हैं कि काम करने से लोगों को काफी ज्यादा सामाजिक और आर्थिक फायदा होता है, जो उनके जीवन की अवधि को प्रभावित करता है।"
शोध दल ने कुल 2,956 लोगों का अध्ययन किया जो 1992 से 2010 के बीच सेवानिवृत्त हुए थे। सेवानिवृत्ति के बाद इनकी सेहत पर नजर रखी गई। लोगों के जल्दी सेवानिवृत्त होने का एक कारण उनका स्वास्थ्य खराब होना भी है, जिसके कारण उनकी मौत भी जल्दी होती है। इसलिए शोधकर्ताओं ने इस संबंध में पूर्वाग्रह कम करने के लिए एक रास्ता निकाला।
उन्होंने प्रतिभागियों को दो समूह में बांट दिया। एक जिनका स्वास्थ्य बिल्कुल ठीक था और दूसरे वे जो स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से जूझ रहे थे। इस शोध के दौरान 12 फीसदी स्वस्थ सेवानिवृत लोग और 25.6 फीसदी अस्वस्थ्य सेवानिवृत्त लोगों की मौत हो गई।
इस शोध में पाया गया कि प्रतिभागी चाहे स्वस्थ हों या अस्वस्थ हों, एक साल ज्यादा काम करने से उनकी मृत्यु दर कम हो जाती है। यह शोध एपीडेमियोलॉजी एंड कम्युनिटी हेल्थ जर्नल में प्रकाशित हुआ है।
वू का कहना है, "इस क्षेत्र में हुए ज्यादातर शोधों में सेवानिवृत्ति में देरी के आर्थिक प्रभाव पर ध्यान दिया गया था। मैंने सोचा कि इसके स्वास्थ्य पर असर को भी देखना ठीक रहेगा।"
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