नई दिल्ली:
प्रेगनेंसी के दौरान अकसर स्किन ड्राई होने लगती है, कुछ लोगों की स्किन का कॉम्पलेक्शन इस समय काफी डार्क भी हो जाता है, ऐसे में डिलीवरी के बाद भी हेल्दी रहने और चमकदार स्किन पाने के लिए आपको इसकी खास देखभाल करने और हेल्दी डाइट लेने की जरूरत है. स्किन में चमक बनाए रखने के लिए प्राकृतिक लोशन, क्रीम जरूर लगाएं.
-डार्क सर्कल्स को दूर करने के लिए दिन में कम से कम 8 गिलास पानी जरूर पीएं. जब आपका बच्चा सोए, आप भी उसके साथ अपनी नींद पूरी कर लें, हो सकता है ये आपको थोड़ा अजीब लगे, लेकिन नींद पूरी करने का ये सबसे बेहतर तरीका है.
-हफ्ते में एक बार डेड सेल्स को दूर करने के लिए माइल्ड स्क्रब का इस्तेमाल करें. यह एक्ने और डार्क स्पॉट को दूर करने में फायदेमंद होते हैं.
- पिगमेंटेशन स्किन पर पड़ने वाले डार्क धब्बे होते हैं. गर्भावस्था के दौरान एस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रोन के उच्च स्तर के कारण ये उत्पन्न होते हैं. पेट के नीचले हिस्से पर होने वाले चक्ते समय के साथ अपने आप हल्के हो जाते हैं. इन चक्ते को दूर करने के लिए आप मॉइश्चराइजर को इस्तेमाल कर सकती हैं.
- एक्ने को दूर करने के लिए दिन में दो बार फेस पर मॉइश्चराजर लगाएं.आप चाहें तो ऐलोविरा का इस्तेमाल भी कर सकती हैं.
- प्रेगनेंसी के दौरान बच्चे को बढ़ने देने के लिए जैसे-जैसे शरीर में खिंचाव पैदा होता है, ऐसे में स्किन को सहजता व कोमलता की जरूरत होती है. स्किन के रूखेपन और खुजली से छुटकारा पाने के लिए स्किन में नमी बरकरार रखना चाहिए. स्किन मुलायम बनाए रखने के लिए कोकोआ बटर युक्त मॉइश्चराइजर व बॉडी लोशन लगाएं.
- गर्भावसथा के दौरान स्किन में खिंचाव होने से स्ट्रेच मार्क्स, रैशेज पड़ जाते हैं, पसीना आने से खुजली भी होती है. चकत्ते व निशान आम तौर पर पेट पर हो जाते हैं और यह फैलकर पैरों व छाती तक पहुंच सकते हैं. ऐसे में विशेष रूप से मां बनने वाली महिलाओं के लिए बनी एंटी-रैशेज क्रीम लाभकारी साबित होती है. इसे लगाने से खुजली नहीं होगी और यह स्किनको नमी प्रदान करेगा और प्रेगनेंसीके दौरान आप सहज महसूस करेंगी. बाजार में आजकल स्ट्रेच मार्क्स रोकने वाली क्रीम उपलब्ध हैं, जिसे लगाने से स्ट्रेच मार्क्स पड़ने की आशंका कम हो जाती है.
- मां बनने के बाद रोजाना मसाज (मालिश) कराने से आपके शरीर की पीड़ा दूर होगी और आराम मिलेगा. इससे रक्त संचार में सुधार होता है और शरीर मजबूत बनता है. लैवैंडर की खूशबू से समृद्ध तिल के तेल, विंटर चेरी या कंट्री मलाउ (सिडा कोर्डिफोलिया) के तेल से आपको दर्द से उबरने में मदद मिलेगी. इससे अच्छी नींद भी आती है.
- सही से स्तनपान नहीं कराने पर निपल्स से खून निकलने या इसकी स्किनफट जाने पर मां को दर्द महसूस हो सकता है. दस में से दो मां को निपल्स में क्रैक और सूजन का सामना करना पड़ता है, इससे दूध निकलने में भी दिक्कत होती है. नई मां कोकोम बटर युक्त निपल क्रीम लगा सकती हैं, जो निपल को मॉइश्चराइज रखेगा. जैतून का तेल लगाने से भी निपल की स्किन कोमल रहेगी.
-डार्क सर्कल्स को दूर करने के लिए दिन में कम से कम 8 गिलास पानी जरूर पीएं. जब आपका बच्चा सोए, आप भी उसके साथ अपनी नींद पूरी कर लें, हो सकता है ये आपको थोड़ा अजीब लगे, लेकिन नींद पूरी करने का ये सबसे बेहतर तरीका है.
-हफ्ते में एक बार डेड सेल्स को दूर करने के लिए माइल्ड स्क्रब का इस्तेमाल करें. यह एक्ने और डार्क स्पॉट को दूर करने में फायदेमंद होते हैं.
- पिगमेंटेशन स्किन पर पड़ने वाले डार्क धब्बे होते हैं. गर्भावस्था के दौरान एस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रोन के उच्च स्तर के कारण ये उत्पन्न होते हैं. पेट के नीचले हिस्से पर होने वाले चक्ते समय के साथ अपने आप हल्के हो जाते हैं. इन चक्ते को दूर करने के लिए आप मॉइश्चराइजर को इस्तेमाल कर सकती हैं.
- एक्ने को दूर करने के लिए दिन में दो बार फेस पर मॉइश्चराजर लगाएं.आप चाहें तो ऐलोविरा का इस्तेमाल भी कर सकती हैं.
- प्रेगनेंसी के दौरान बच्चे को बढ़ने देने के लिए जैसे-जैसे शरीर में खिंचाव पैदा होता है, ऐसे में स्किन को सहजता व कोमलता की जरूरत होती है. स्किन के रूखेपन और खुजली से छुटकारा पाने के लिए स्किन में नमी बरकरार रखना चाहिए. स्किन मुलायम बनाए रखने के लिए कोकोआ बटर युक्त मॉइश्चराइजर व बॉडी लोशन लगाएं.
- गर्भावसथा के दौरान स्किन में खिंचाव होने से स्ट्रेच मार्क्स, रैशेज पड़ जाते हैं, पसीना आने से खुजली भी होती है. चकत्ते व निशान आम तौर पर पेट पर हो जाते हैं और यह फैलकर पैरों व छाती तक पहुंच सकते हैं. ऐसे में विशेष रूप से मां बनने वाली महिलाओं के लिए बनी एंटी-रैशेज क्रीम लाभकारी साबित होती है. इसे लगाने से खुजली नहीं होगी और यह स्किनको नमी प्रदान करेगा और प्रेगनेंसीके दौरान आप सहज महसूस करेंगी. बाजार में आजकल स्ट्रेच मार्क्स रोकने वाली क्रीम उपलब्ध हैं, जिसे लगाने से स्ट्रेच मार्क्स पड़ने की आशंका कम हो जाती है.
- मां बनने के बाद रोजाना मसाज (मालिश) कराने से आपके शरीर की पीड़ा दूर होगी और आराम मिलेगा. इससे रक्त संचार में सुधार होता है और शरीर मजबूत बनता है. लैवैंडर की खूशबू से समृद्ध तिल के तेल, विंटर चेरी या कंट्री मलाउ (सिडा कोर्डिफोलिया) के तेल से आपको दर्द से उबरने में मदद मिलेगी. इससे अच्छी नींद भी आती है.
- सही से स्तनपान नहीं कराने पर निपल्स से खून निकलने या इसकी स्किनफट जाने पर मां को दर्द महसूस हो सकता है. दस में से दो मां को निपल्स में क्रैक और सूजन का सामना करना पड़ता है, इससे दूध निकलने में भी दिक्कत होती है. नई मां कोकोम बटर युक्त निपल क्रीम लगा सकती हैं, जो निपल को मॉइश्चराइज रखेगा. जैतून का तेल लगाने से भी निपल की स्किन कोमल रहेगी.
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