Shavasana Benefits: योगा शरीर को बाहरी और आंतरिक दोनों रूपों में लाभ पहुंचाती है. आप ध्यानमग्न होकर योगा करते हैं तो अपने अंदर गहरे बदलाव देख पाते हैं. इसमें तो कोई दोहराए नहीं कि योगा हमें तंदरुस्त और स्वस्थ भी रखती है. शवासन (Shavasana) भी एक ऐसा ही योगा है जो हमारे शरीर के लिए बेहद लाभकारी है. मजे की बात तो यह है कि इसे करने में कोई मेहनत नहीं लगती और कोई भी इसे बड़ी आसानी से कर सकता है. शवासन का अर्थ ही है मृत देह वाला आसन. आइये जानें कि सेहत पर इसके कौन-कौन से सकारात्मक प्रभाव पड़ते हैं.
शवासना करने के फायदे | Benefits of Shavasana
इसे करने से शरीर की थकान दूर होती है.
अच्छी नींद देने में लाभकारी.
मांसपेशियों की जकड़न से राहत पहुंचाता है.
फोकस करने में सहायता होती है क्योंकि इसे करने पर आसपास क्या हो रहा है इससे आपका ध्यान हट जाता है.
शरीर को रिलेक्स महसूस होता है.
एक बड़ा फायदा तो यह है कि आप बेहद थके होने पर भी इसे कर सकते हैं और आपको अपना बचा हुआ काम करने की ऊर्जा मिलेती है.
ये आसन शरीर को डीप मेडिटेशन की स्टेज पर ले जाता है.
तनाव से राहत मिलती है.
जिन्हें एंजाइटी की समस्या हो उन्हें शवासन जरूर करना चाहिए.
इस आसन को करने पर पाचन संबंधी समस्याओं से भी छुटकारा मिलता है.
आंखें बंद करके लेट जाएं और शरीर को रिलेक्स करते हुए दोनों पैरों को एकदूसरे से दूर फैलाएं.
आपके दोनों पंजे एकदूसरे से विपरीत दिशा में होने चाहिए.
हाथों को शरीर के दोनों तरफ रखकर पंजो को ऊपर की तरफ रखें.
शरीर के हर हिस्से पर ध्यान केन्द्रित करें. ऐसा करते हुए धीरे-धीरे गहरी सांस लेते रहें.
जब-जब सांस लेंगे तो शरीर में ऊर्जा और सांस छोड़ते हुए आराम महसूस करेंगे.
अगर आप योगा के और भी आसन कर रहे हैं तो शवासन को आखिर में करें. इसे खाली पेट करें. इसे सुबह-सुबह या शाम के समय करना सबसे ज्यादा फायदेमंद है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.