मॉनसून के दौरान नमी तथा आद्र्रता भरे मौसम में शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है, जिससे शरीर में कीटाणुओं के संक्रमण की वजह से त्वचा तथा बालों की कई समस्याओं से जूझना पड़ता है. ऐसे में त्वचा में जलन, फुंसी, लाल चकत्ते तथा दाद खाज जैसी समस्या हो जाती है. इन समस्याओं से निजात दिलाने के लिए सतर्कता जरूरी है.
अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त सौंदर्य विशेषज्ञ और हर्बल क्वीन के नाम से लोकप्रिय शहनाज हुसैन ने कहा कि मानसून के मौसम में त्वचा को नमी या गीलेपन से बचाने की अत्याधिक आवश्यकता होती है क्योंकि गीलेपन से त्वचा में कीटाणु प्रवेश करते हैं.
उन्होंने कहा कि त्वचा तथा सिर पर गीलेपन की वजह से गंदगी तथा प्रदूषण वाले तत्व आसानी से जम जाते हैं. इस मौसम में बाल सामान्यता निर्जीव हो जाते है. मॉनसून के मौसम में त्वचा को प्रदूषण से बचाए रखने के लिए त्वचा की गहराई से क्लीजिंग की जानी चाहिए.
तैलीय त्वचा के लिए चावल के आटे में थोड़ा से गुलाब जल मिलाइए जबकि सामान्य तथा शुष्क त्वचा के लिए बादाम को दूध या दही में मिलाइए. अत्याधिक शुष्क तथा संवेदनशील त्वचा के लिए स्क्रब का प्रयोग न करें. मानसून सीजन में अपने चेहरे को बार-बार ताजे साफ पानी से धोइए. ताजगी भरा स्किन टॉनिक बनाने के लिए गुलाब जल को विच हेजल में मिलाकर प्रयोग में लाया जा सकता है.
इससे त्वचा में ताजगी का अहसास होता है तथा त्वचा के छिद्रों को कसने में मदद मिलती है जिससे त्वचा में काले धब्बे, मुंहासे तथा फोड़े फुंसियों को रोकने में मदद मिलती है.
शहनाज हुसैन ने कहा कि सौंदर्य केवल बाहरी दिखावा नहीं बल्कि अांतरिक अहसास होता है. बाल अत्यधिक शुष्क न हो तो गाढ़े कंडीशनर का प्रयोग न करें. मानसून में चाय तथा नींबू का हर्बल हेयर रिंस काफी लाभदायक साबित हो सकता है. प्रयोग की गई चाय पत्तियों को खुले पानी में फिर से उबाल लें तथा इस पदार्थ को ठंडा कर लें तथा इसे शैम्पू के बाद बालों को धोने में उपयोग में लाएं. एक मग पानी में नींबू जूस मिलाकर इससे बालों को अंतिम बार धोया जा सकता है.
बरसात के दिनों में अपने बालों को चेहरे से दूर सादा तरीके से रखिए. बालों को अपनी गर्दन से दूर रखिए. इससे हल्केपन तथा ताजगी का अहसास होगा. त्वचा से सटे उलझे हुए बाल काफी भद्दे लगते हैं.
शहनाज हुसैन ने कहा कि मानसून के सीजन में पसीने की वजह से शरीर में तरल पदार्थो की कमी आ जाती है. अपने शारीरिक तंत्र को साफ रखने के लिए पर्याप्त मात्रा में ताजा साफ पानी, नींबू पानी, नारियल पानी तथा ताजे फलों का जूस पीजिए. इस सीजन में स्टार्चयुक्त भारी खाने से हमेशा परहेज करें. सलाद, फल, अंकुरित अनाज तथा दही को अपनी नियमित डाइट में शािमल करें. गर्म चाय की आदत से बचकर आइस टी, नींबू जल, शहद का अधिकतम उपयोग करें.
शहनाज हुसैन के टिप्स :
1. मानसून में सप्ताह में फेशियल स्क्रब का सप्ताह में दो बार प्रयोग किया जाना चाहिए. फेशियल स्क्रब को चेहरे पर लगाकर हल्के से गोलाकार मोशन में रगड़ना चाहिए तथा इसके बाद चेहरे को ताजे पानी से धो डालिए.
2. यदि चेहरे पर चकत्ते, मुंहासे, फुन्सी आदि हो तो चेहरे को दिन में दो बार मैडिकेटड साबून या क्लीनिजर से धोना चाहिए तथा इसके बाद चेहरे पर गुलाब जल स्किन टॉनिक लगाना चाहिए. चंदन के पेस्ट में थोड़ा सा गुलाब जल मिलाकर चेहरे में फोड़े फुंसी वाली जगहों पर लगाएं.
3. बरसात के आद्र्रता भरे मौसम में भारी नरीशिंग क्रीम जैसे तैलीय पदार्थो के उपयोग से बचना चाहिए. यदि आपकी शुष्क त्वचा है तो हल्की तरल मॉइस्चराइजर आपकी मददगार साबित हो सकती है.
4. शैंपू करने से पहले अंडे के सफेद भाग को आधा घंटा तक बालों पर लगाकर आधा घंटा बालों को धो लें. इससे बालों को पौष्टिकता मिलती है तथा यह क्लींजर का काम करता है.
5. सप्ताह में एक बार मेंहदी के उपयोग से बालों में पौष्टिकता तथा चमक आती है.
6. पसीने की समस्या से निपटने के लिए एक मग में नींबू जूस तथा आधा कप गुलाब जल मिलाइए तथा इससे सिर को धोने से दरुगध की समस्या से निजात पाया जा सकता है.
अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त सौंदर्य विशेषज्ञ और हर्बल क्वीन के नाम से लोकप्रिय शहनाज हुसैन ने कहा कि मानसून के मौसम में त्वचा को नमी या गीलेपन से बचाने की अत्याधिक आवश्यकता होती है क्योंकि गीलेपन से त्वचा में कीटाणु प्रवेश करते हैं.
उन्होंने कहा कि त्वचा तथा सिर पर गीलेपन की वजह से गंदगी तथा प्रदूषण वाले तत्व आसानी से जम जाते हैं. इस मौसम में बाल सामान्यता निर्जीव हो जाते है. मॉनसून के मौसम में त्वचा को प्रदूषण से बचाए रखने के लिए त्वचा की गहराई से क्लीजिंग की जानी चाहिए.
तैलीय त्वचा के लिए चावल के आटे में थोड़ा से गुलाब जल मिलाइए जबकि सामान्य तथा शुष्क त्वचा के लिए बादाम को दूध या दही में मिलाइए. अत्याधिक शुष्क तथा संवेदनशील त्वचा के लिए स्क्रब का प्रयोग न करें. मानसून सीजन में अपने चेहरे को बार-बार ताजे साफ पानी से धोइए. ताजगी भरा स्किन टॉनिक बनाने के लिए गुलाब जल को विच हेजल में मिलाकर प्रयोग में लाया जा सकता है.
इससे त्वचा में ताजगी का अहसास होता है तथा त्वचा के छिद्रों को कसने में मदद मिलती है जिससे त्वचा में काले धब्बे, मुंहासे तथा फोड़े फुंसियों को रोकने में मदद मिलती है.
शहनाज हुसैन ने कहा कि सौंदर्य केवल बाहरी दिखावा नहीं बल्कि अांतरिक अहसास होता है. बाल अत्यधिक शुष्क न हो तो गाढ़े कंडीशनर का प्रयोग न करें. मानसून में चाय तथा नींबू का हर्बल हेयर रिंस काफी लाभदायक साबित हो सकता है. प्रयोग की गई चाय पत्तियों को खुले पानी में फिर से उबाल लें तथा इस पदार्थ को ठंडा कर लें तथा इसे शैम्पू के बाद बालों को धोने में उपयोग में लाएं. एक मग पानी में नींबू जूस मिलाकर इससे बालों को अंतिम बार धोया जा सकता है.
बरसात के दिनों में अपने बालों को चेहरे से दूर सादा तरीके से रखिए. बालों को अपनी गर्दन से दूर रखिए. इससे हल्केपन तथा ताजगी का अहसास होगा. त्वचा से सटे उलझे हुए बाल काफी भद्दे लगते हैं.
शहनाज हुसैन ने कहा कि मानसून के सीजन में पसीने की वजह से शरीर में तरल पदार्थो की कमी आ जाती है. अपने शारीरिक तंत्र को साफ रखने के लिए पर्याप्त मात्रा में ताजा साफ पानी, नींबू पानी, नारियल पानी तथा ताजे फलों का जूस पीजिए. इस सीजन में स्टार्चयुक्त भारी खाने से हमेशा परहेज करें. सलाद, फल, अंकुरित अनाज तथा दही को अपनी नियमित डाइट में शािमल करें. गर्म चाय की आदत से बचकर आइस टी, नींबू जल, शहद का अधिकतम उपयोग करें.
शहनाज हुसैन के टिप्स :
1. मानसून में सप्ताह में फेशियल स्क्रब का सप्ताह में दो बार प्रयोग किया जाना चाहिए. फेशियल स्क्रब को चेहरे पर लगाकर हल्के से गोलाकार मोशन में रगड़ना चाहिए तथा इसके बाद चेहरे को ताजे पानी से धो डालिए.
2. यदि चेहरे पर चकत्ते, मुंहासे, फुन्सी आदि हो तो चेहरे को दिन में दो बार मैडिकेटड साबून या क्लीनिजर से धोना चाहिए तथा इसके बाद चेहरे पर गुलाब जल स्किन टॉनिक लगाना चाहिए. चंदन के पेस्ट में थोड़ा सा गुलाब जल मिलाकर चेहरे में फोड़े फुंसी वाली जगहों पर लगाएं.
3. बरसात के आद्र्रता भरे मौसम में भारी नरीशिंग क्रीम जैसे तैलीय पदार्थो के उपयोग से बचना चाहिए. यदि आपकी शुष्क त्वचा है तो हल्की तरल मॉइस्चराइजर आपकी मददगार साबित हो सकती है.
4. शैंपू करने से पहले अंडे के सफेद भाग को आधा घंटा तक बालों पर लगाकर आधा घंटा बालों को धो लें. इससे बालों को पौष्टिकता मिलती है तथा यह क्लींजर का काम करता है.
5. सप्ताह में एक बार मेंहदी के उपयोग से बालों में पौष्टिकता तथा चमक आती है.
6. पसीने की समस्या से निपटने के लिए एक मग में नींबू जूस तथा आधा कप गुलाब जल मिलाइए तथा इससे सिर को धोने से दरुगध की समस्या से निजात पाया जा सकता है.
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