विज्ञापन
Story ProgressBack

ICMR ने चेताया, खाना पकाने के बाद बचे हुए तेल का बार-बार यूज सेहत के लिए है खतरा, इन गंभीर बीमारियों का बढ़ता है जोखिम

इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने जारी किया दिशा-निर्देश, दोबारा से तेल गरम करके सेवन करना आपकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है.

Read Time: 3 mins
ICMR ने चेताया, खाना पकाने के बाद बचे हुए तेल का बार-बार यूज सेहत के लिए है खतरा, इन गंभीर बीमारियों का बढ़ता है जोखिम
ICMR health guidelines : बार-बार गरम करने से हानिकारक फ्री रैडिकल्स और अन्य विषाक्त पदार्थ बढ़ जाते हैं

Indian Council of Medical Research (ICMR) : क्या आप भी बचे हुए तेल को एक से अधिक बार यूज करती हैं खाना पकाने के लिए. अगर आपका जवाब हां है, तो फिर अब से ऐसा करना बंद कर दीजिए. क्योंकि दोबारा तेल गरम करके यूज करना आपकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है. दरअसल, हाल ही में इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) ने जारी दिशा-निर्देशों में वनस्पति तेल या किसी भी प्रकार के तेल को 'बार-बार गर्म करने' के प्रति सावधानी बरतने की सलाह ही दी है. 

ये 3 योगा पोज पैर में ब्लड सर्कुलेशन करते हैं तेज, वर्कआउट में करें शामिल

क्या कहा ICMR ने

आईसीएमआर ने कहा है कि वेजिटेबल ऑयल को बार-बार गर्म करने से उसमें जहरीले कंपाउंड पैदा हो सकते हैं. जिससे हार्ट और कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का जोखिम बढ़ सकता है. इसके अलावा और क्या दिशा निर्देश जारी किया है यूज्ड वेजिटेबल ऑयल (Reheating oil sideeffects) के बारे में आपको आगे आर्टिकल में विस्तार से बताने वाले हैं...

दिल के लिए है खतरा

वनस्पति तेल को बार-बार गर्म करने से ऐसे यौगिकों का निर्माण होता है, जो हानिकारक होते हैं और हृदय रोगों और कैंसर के खतरे को बढ़ा सकते हैं. असल में, बार-बार तेल गरम करके खाने से ट्रांस वसा का निर्माण होता, है जो एक अन्हैल्दी फैट है. इससे कैंसर (Cause of cancer) और दिल (heart attack cause) से जुड़े जोखिम को बढ़ाता है. 

कितनी बार कर सकते हैं गरम तेल यूज  

आप इस तेल को सब्जी बनाने में इस्तेमाल कर (how many tome reuse heat oil) सकते हैं. इसके अलावा, आईसीएमआर ने एक बार फ्राई करने के बाद बचे हुए तेल को एक या दो दिन के अंदर यूज करने का सुझाव दिया है. 

अन्य जरूरी बातें

- बार-बार गरम करने से हानिकारक फ्री रैडिकल्स और अन्य विषाक्त पदार्थ बढ़ जाते हैं, जो शरीर में सूजन बढ़ाते हैं और लिवर को नुकसान पहुंचाते हैं.

- वहीं, विशेषज्ञ कहते हैं कि वनस्पति तेल की बजाय हाई स्मोक वाले तेलों का उपयोग करना चाहिए, जैसे- एवोकाडो तेल (avocado oil). 

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

गर्मियों में भी फटने लगी हैं एड़ियां, तो जानिए इसका कारण और घरेलू उपचार

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
डार्क मोड/लाइट मोड पर जाएं
Our Offerings: NDTV
  • मध्य प्रदेश
  • राजस्थान
  • इंडिया
  • मराठी
  • 24X7
Choose Your Destination
Previous Article
Personality Test: छोटे-मोटे या कर्वी पैर हर आकार में छुपे हैं आपकी पर्सनैलिटी के राज
ICMR ने चेताया, खाना पकाने के बाद बचे हुए तेल का बार-बार यूज सेहत के लिए है खतरा, इन गंभीर बीमारियों का बढ़ता है जोखिम
7 दिन का ये वॉकिंग प्लान करें ट्राई, तेजी से गलेगी पेट की चर्बी, बॉडी आ जाएगी शेप में
Next Article
7 दिन का ये वॉकिंग प्लान करें ट्राई, तेजी से गलेगी पेट की चर्बी, बॉडी आ जाएगी शेप में
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com
;