क्या आपका दिल किसी ने चुरा लिया है, दिल तक तो ठीक है, पर अगर वो आपसे नजरें भी चुराती हैं, तो ठीक नहीं। चलिए हम आपको बताते हैं कुछ ऐसे टिप्स, जिन्हें अपनाने के बाद वो नहीं कर पाएंगी आपको अवोएड।
कहीं कोई और तो नहीं...
शायद आपसे पहले ही वह किसी और पर नजरें टिका चुकी हैं। फिर भी टाइम बरबाद किए बिना उन्हें इम्प्रेस करने में जुट जाएं। एक ऐसे लड़के की बजाए वो आपको देखना पसंद करेंगी, जो उन्हें तवज्जोह नहीं देता। तो सोचना क्या अपने मन की बात को शब्दों में कहने से पहले भावों से उन्हें इस बात का अहसास करा दें।
हर बात न बताएं
कहा जाता है कि जीवन में खुली किताब की तरह रहना ठीक होता है। लेकिन इस बात का पूरा ध्यान रखें कि आप उनके सामने खुली किताब बनने से बचें। हर बात उनसे शेयर करना और अपनी हर बात उन्हें बताना, जिससे उनका कोई नाता ही न हो... ऐसी गलती न करें। क्योंकि महिलाएं इसे बडबोलापन और बातूनी का नाम देती हैं।
उनकी भी सुनें
जब भी आप उनकी ओर बढें, तो इस बात को ध्यान में कि बस बोलते ही न जाएं, उन्हें कहने का मौका भी दें। कहीं ऐसा न हो कि आप बस अपने मन की कहते रह जाएं और वो अपने मन की बातें किसी ओर से ही शेयर करने लगें।
अंखियो के आस-पास
वो गाना तो आपने सुना ही होगा न, अखिंयों को रहने दे अंखियों के आस-पास... तो जब भी आप उनसे बात करें तो आंखें मिला कर। अगर आप उनकी बातें सुनते समय उनसे आंखें नहीं मिलाएंगे, तो उन्हें लगेगा कि आपका ध्यान उनकी बातों में नहीं है। तवज्जोह पाना चाहते हैं, तो पहले उन्हें तवज्जोह दें।
कहीं कोई और तो नहीं...
शायद आपसे पहले ही वह किसी और पर नजरें टिका चुकी हैं। फिर भी टाइम बरबाद किए बिना उन्हें इम्प्रेस करने में जुट जाएं। एक ऐसे लड़के की बजाए वो आपको देखना पसंद करेंगी, जो उन्हें तवज्जोह नहीं देता। तो सोचना क्या अपने मन की बात को शब्दों में कहने से पहले भावों से उन्हें इस बात का अहसास करा दें।
हर बात न बताएं
कहा जाता है कि जीवन में खुली किताब की तरह रहना ठीक होता है। लेकिन इस बात का पूरा ध्यान रखें कि आप उनके सामने खुली किताब बनने से बचें। हर बात उनसे शेयर करना और अपनी हर बात उन्हें बताना, जिससे उनका कोई नाता ही न हो... ऐसी गलती न करें। क्योंकि महिलाएं इसे बडबोलापन और बातूनी का नाम देती हैं।
उनकी भी सुनें
जब भी आप उनकी ओर बढें, तो इस बात को ध्यान में कि बस बोलते ही न जाएं, उन्हें कहने का मौका भी दें। कहीं ऐसा न हो कि आप बस अपने मन की कहते रह जाएं और वो अपने मन की बातें किसी ओर से ही शेयर करने लगें।
अंखियो के आस-पास
वो गाना तो आपने सुना ही होगा न, अखिंयों को रहने दे अंखियों के आस-पास... तो जब भी आप उनसे बात करें तो आंखें मिला कर। अगर आप उनकी बातें सुनते समय उनसे आंखें नहीं मिलाएंगे, तो उन्हें लगेगा कि आपका ध्यान उनकी बातों में नहीं है। तवज्जोह पाना चाहते हैं, तो पहले उन्हें तवज्जोह दें।
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