
Hair Care: बालों के झड़ने के पीछे कई तरह के कारण हो सकते हैं. कोई मेडिकल कंडीशन, स्ट्रेस, खराब खानपान, हीटिंग टूल्स का जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल या कई बार बहुत ज्यादा टाइट हेयर स्टाइल से भी बाल झड़ना शुरू हो सकते हैं. वहीं, टीनेजर्स को प्यूबर्टी के चलते यह दिक्कत ज्यादा होती है. टीनेजर्स (Teenagers) खासकर 16, 17 और 18 साल की उम्र में होने वाले हेयर फॉल से परेशान लोगों के लिए डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. सुगन्या नायडू ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर वीडियो शेयर किया है. इस वीडियो में डर्मेटोलॉजिस्ट बता रही हैं कि टीनेज हेयर फॉल को किस तरह रोका जा सकता है.
टीनेज हेयर फॉल को कैसे रोकें । How To Stop Teenage Hair Fall
डर्मेटोलॉजिस्ट का कहना है कि टीन हेयर फॉल (Teen Hair Fall) की कई वजहें हैं. क्रैश डाइटिंग, मील्स स्किप करना, हार्मोनल इंबैलेंस यानी प्यूबर्टी, एग्जाम का स्ट्रेस, बहुत ज्यादा टाइट चोटी या जूड़ा बांधना जिससे बाल जड़ों से खिंचते हैं और खानपान में पोषक तत्वों की कमी भी टीनेज में बालों के झड़ने की वजह बनती है.
टीनेज में हेयर फॉल रोकने के लिए डाइट, हेल्दी रूटीन और स्कैल्प केयर पर ध्यान देना जरूरी है. स्कैल्प को जेंटली ट्रीट करें, खानपान में पोषक तत्वों को हिस्सा बनाएं और अपना रूटीन हेल्दी रखें यानी पूरी नींद लेने की कोशिश करें और स्ट्रेस मैनेजमेंट पर ध्यान दें.
खानपान रखें ऐसा
- टीनेजर्स अपने खानपान में चेंजेस करके हेयर फॉल को कंट्रोल (Hair Fall Control) में ला सकते हैं. ओमेगा-3 फैटी एसिड्स से भरपूर अखरोट और अलसी के बीज खाए जा सकते हैं.
- प्रोटीन से भरपूर अंडे, ग्रीक योगर्ट, फिश, चिकन और दालें खाई जा सकती हैं.
- विटामिन सी से भरपूर बेरीज और शिमला मिर्च बालों के लिए अच्छे साबित होते हैं.
- आयरन से भरपूर पालक हेयर फॉलिकल्स तक ऑक्सीजन लेकर जाने में मददगार होता है.
- जिंक पाने के लिए सूखे मेवे खाए जा सकते हैं. वहीं, बायोटीन के लिए अंडे और एवोकाडो को डाइट में शामिल करें.
गलत तरीके से हेयर वॉश करने पर भी बालों का झड़ना बढ़ जाता है. ऐसे में बालों को धोते समय इस बात का ध्यान रखें कि आप सही शैंपू का इस्तेमाल कर रहे हैं. अपने हेयर टाइप के अनुसार ही शैंपू का चुनाव करें. स्कैल्प को जरूरत से ज्यादा ना घिसें बल्कि हल्के हाथों से सिर की सफाई करें. हफ्ते में एक बार बालों पर डीप कंडीशनिंग की जा सकती है. इसके लिए आप हेयर मास्क लगा सकते हैं. हफ्ते में एक बार तेल की मालिश से भी फायदा दिखता है.