गोवा की दो चीजें बहुत मश्हूर हैं, एक समुद्री तट यानी बीच और दूसरी वहां की लोकल और लोकप्रिय शराब फेनी। अगर आप अक्सर गोवा जाते रहते हैं और फेनी आपको बहुत पसंद है, तो आपके लिए ये अच्छी खबर साबित हो सकती है। कौन जाने कि कुछ दिनों बाद जब आप गोवा की ट्रिप पर जाएं, तो आपको फेनी के लिए कहीं बाहर जाने की जरूरत ही न हो।
गोवा की लोकप्रिय ‘फेनी’ क्लब और पार्टियों में पी जाने वाली एक प्रमुख शराब बन सकती है यदि इसे थोड़े बेहतर स्वाद के साथ बनाया जाए। फेनी आपके क्लब में ही मिल जाए... जी हां, फेनी से जुड़े हितधारक आजकल इसी मुहीम में लगे हैं। शुक्रवार को इसी से जुडी़ एक कांफ्रेंस का आयोजन भी किया गया।
और फिल्टर से होगी और बेहतर...
जानी मानी मिक्सोलोजिस्ट यानी शराब विशेषज्ञ शतभी बासु ने कहा, फेनी डिस्को या क्लब में पी जाने वाली शराब बन सकती है। इसको बनाने के दौरान अगर थोड़ा शोध और इसके फिल्टर करने की तकनीक पर काम किया जाए तो। फेनी के हल्के स्वाद वाले स्वरूप तैयार किए जा सकते हैं। बासु ने हाल ही में फेनी से जुड़े हितधारकों की एक कांफ्रेंस में ये बात कही। इस पेय को गोवा का भौगोलिक उपदर्शन प्राप्त हो चुका है।
फेनी की खासियत
फेनी को आम तौर पर काजू, सेब या नारियल के द्वारा बनाया जाता है। उन्होंने कहा कि फेनी को पब या क्लबों में स्वीकार नहीं किया जाता क्योंकि लोग ऐसा मानते हैं कि इसकी महक बहुत तेज होती है लेकिन यदि इसका विपणन सही से किया जाए तो इसमें बाजार में पकड़ बनाने की काफी क्षमता है।
गोवा की विरासत फेनी! उधर, मीडिया में खबरें हैं कि गोवा की प्रसिद्ध शराब फेनी को राज्य सरकार गोवा की विरासत का दर्जा दे सकती है। सरकार के इस कदम से फेनी को देश में शराब ब्रांडों के बीच खास जगह मिल सकेगी और फेनी को गोवा के बाहर के बाजार में भी खुला बाजार मिल सकेगा।
गोवा की लोकप्रिय ‘फेनी’ क्लब और पार्टियों में पी जाने वाली एक प्रमुख शराब बन सकती है यदि इसे थोड़े बेहतर स्वाद के साथ बनाया जाए। फेनी आपके क्लब में ही मिल जाए... जी हां, फेनी से जुड़े हितधारक आजकल इसी मुहीम में लगे हैं। शुक्रवार को इसी से जुडी़ एक कांफ्रेंस का आयोजन भी किया गया।
और फिल्टर से होगी और बेहतर...
जानी मानी मिक्सोलोजिस्ट यानी शराब विशेषज्ञ शतभी बासु ने कहा, फेनी डिस्को या क्लब में पी जाने वाली शराब बन सकती है। इसको बनाने के दौरान अगर थोड़ा शोध और इसके फिल्टर करने की तकनीक पर काम किया जाए तो। फेनी के हल्के स्वाद वाले स्वरूप तैयार किए जा सकते हैं। बासु ने हाल ही में फेनी से जुड़े हितधारकों की एक कांफ्रेंस में ये बात कही। इस पेय को गोवा का भौगोलिक उपदर्शन प्राप्त हो चुका है।
फेनी की खासियत
फेनी को आम तौर पर काजू, सेब या नारियल के द्वारा बनाया जाता है। उन्होंने कहा कि फेनी को पब या क्लबों में स्वीकार नहीं किया जाता क्योंकि लोग ऐसा मानते हैं कि इसकी महक बहुत तेज होती है लेकिन यदि इसका विपणन सही से किया जाए तो इसमें बाजार में पकड़ बनाने की काफी क्षमता है।
गोवा की विरासत फेनी!