
शुरुआत में हो बहरेपन की पहचान तो उपचार आसान : विशेषज्ञ
Quick Take
Summary is AI generated, newsroom reviewed.
दुनियाभर में लगभग 36 करोड़ लोग सुन नहीं सकते
भारत में 50 लाख से ज्यादा आबादी बहरेपन की समस्या
विश्व की करीब 5 फीसदी आबादी सुनने से लाचार
आंखों, मुंह के छालों, पेट की परेशानियों और बवासीर में दिलाए आराम, जानें 'दूब' घास के फायदे
अस्पताल के ईएनटी विभाग के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. ए.के. लाहिड़ी ने कहा, " माता-पिता व परिजनों को किसी श्रवण शक्ति कम होने से संबंधित तकलीफों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. कोक्लियर इंप्लांट एक व्यक्ति को खामोशी से आवाज की दुनिया में ले जाता है. यह जीवन को बदलने वाला क्षण है. कई विकसित देशों में हर नवजात शिशु के लिए हियरिंग स्क्रीनिंग कराई जाती है. भारत को भी यूनिवर्सल न्यू बॉर्न हियरिंग स्क्रीनिंग को अनिवार्य बनाने पर विचार करना चाहिए."
चिकित्सकों ने बताया कि दुनियाभर में लगभग 36 करोड़ लोग सुन नहीं सकते. 2011 की जनगणना के अनुसार भारत में 50 लाख से ज्यादा आबादी बहरेपन की समस्या से पीड़ित है. विश्व की करीब 5 फीसदी आबादी सुनने से लाचार है.
शहद और दालचीनी के 7 फायदे, झटपट कम करे वजन और गठिया के दर्द में दिलाए आराम
डॉ. शलभ शर्मा ने कहा, " देश में सुनने से लाचार नौजवानों की बड़ी आबादी है जिससे उनकी शारीरिक और आर्थिक सेहत पर भी असर पड़ता है."
डॉ. आशा अग्रवाल ने कहा कि समय से रोग की पहचान और बहरेपन का इलाज जरुरी है. अपने जीवन के प्रारंभिक चरण में मिली उचित सहायता से बच्चा अपनी कमी से उबरकर तेजी से बोलना और बातचीत करना सीख सकता है. इससे उसे समाज की मुख्य धारा का अंग बनने का भी मौका मिलता है.
INPUT - IANS
देखें वीडियो - बहरापन के कारण, उपाय और इलाज
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं