Children's Day : बच्चे मासूम और नादान होते हैं, कहते हैं कि बच्चे कच्ची मिट्टी की तरह होते हैं उन्हें जैसा आकार देंगे वे वैसे ही बनते जाएंगे. लिहाजा बच्चे कैसे इंसान बनते हैं ये कुछ हद तक माता-पिता पर निर्भर करता है. हमें बच्चों को जीवन का सही सबक और अच्छी आदतें सिखानी चाहिए ताकि वे आगे जाकर न ही सिर्फ अच्छे इंसान बल्कि एक अच्छे नागरिक बन सकें. अक्सर बच्चे माता-पिता को देखकर ही सीखते हैं ऐसे में ये भी जरूरी हो जाता है कि हम न ही सिर्फ बच्चों को अच्छी आदतों के बारे में सिखाएं बल्कि खुद भी उन्हें फॉलो करें ताकि बच्चों का माता-पिता पर विश्वास बन सके और वे आपकी सिखाई बातों का पालन करें. इस बाल दिवस (children's day 2021) पर आप अपने बच्चों में ये पांच अच्छी आदतें डालने की कोशिश करें.
सही और गलत का फर्क कैसे करें
बच्चों को ये समझाना बहुत जरूरी है कि क्या सही है और क्या गलत. इससे बच्चे में फैसले लेने की क्षमता का विकास होगा. बच्चे में ये गुण आ जाता है तो वो खुद से ही कभी कुछ गलत नहीं करेगा न ही किसी और के साथ गलत व्यवहार करेगा, वो अपने लिए सही रास्ता चुन सकेगा. इसके साथ ही आपको अपने बच्चों को इस बात की भी सीख देनी है कि वो किसी भी बात पर तुरंत गुस्सा न करे, उसे धैर्य रखना सिखाना भी माता-पिता का ही काम है.
शेयरिंग करना जरूर सिखाएं
बच्चों को बिल्कुल शुरुआत से ही शेयरिंग करना जरूर सिखाएं. जो बच्चे शेयरिंग नहीं सीख पाते वे हमेशा अलग-थलग पड़ जाते हैं. ऐसे में अगर बच्चा शेयरिंग करना सीखता है तो वो दूसरों की भावनाओं और आवश्यकताओं का भी ध्यान रखना सीखता है, इससे दूसरों के साथ उसके रिश्तों में मजबूती आएगी. बच्चे को ये अहसास दिलाना है कि कोई भी सुविधा या कोई सामान सिर्फ उसके लिए नहीं है.
दूसरों की हेल्प करना सिखाएं
बच्चों (children's day 2021) को दूसरों की हेल्प करना सिखाएं. अगर उनके आप-पास कोई किसी तरह से परेशान है या किसी मुश्किल में है तो उनकी मदद करने की सीख बच्चे को दें. घर से ही इसकी शुरुआत करनी चाहिए, घर में बच्चा अपने भाई-बहनों, माता-पिता की मदद करे तो ही वो बाहर भी ऐसा करेगा.
बड़ों से बात करने का सलीका
बच्चों को ये बताना बेहद जरूरी होता है कि उसे अपने बड़ों से कैसे बात करनी है. उसे बड़ों के साथ शिष्टाचार में रहकर बात करना और हमेशा उन्हें सम्मान देना सिखाएं. घर में दादा-दादी या नाना-नानी के साथ बच्चे अच्छे से व्यवहार करें इस बात का ध्यान रखें. बड़ों की बात न काटना, उनके आदेशों का पालन करना ये सबक बच्चे को दें.
ईमानदारी का सबक सिखाएं
ईमानदारी एक बेहद जरूर सबक है. बच्चों को शुरू से ईमानदार रहना सिखाएं. किसी दोस्त या परिवार के लोगों के सामने बच्चा हमेशा ईमानदार रहे तो वो धीरे-धीरे आगे के जीवन में भी ये सबक सिखेगा. वो झूठ नहीं बोलेगा, न कुछ गलत करेगा.
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