20 साल की उम्र होने से पहले बच्चों को सिखा देनी चाहिए ये चीजें, फिर जीवन की हर मुश्किल हो जाएगी उसकी आसान

वैसे तो सीखने कोई उम्र नहीं होती है लेकिन हम यहां 3 ऐसी स्किल्स हैं जिसे माता पिता को अपने बच्चों को 20 की उम्र से पहले सिखा देना चाहिए.

20 साल की उम्र होने से पहले बच्चों को सिखा देनी चाहिए ये चीजें, फिर जीवन की हर मुश्किल हो जाएगी उसकी आसान

बच्‍चे गलतियों से अच्‍छी तरह सीख पाते हैं. इसलिए उन्‍हें गलतियां करने की इजाजत दें.

Good parenting tips : माता-पिता के लिए बच्चे हमेशा छोटे ही होते हैं. बच्चे पूरा जीवन उनके अनुभवों से कुछ ना कुछ सीखते रहते हैं. लेकिन एक पेरेंट्स होने के नाते आपको अपने बच्चों को समय रहते कुछ चीजें सीखा देनी चाहिए. वैसे तो सीखने कोई उम्र नहीं होती है लेकिन हम यहां 3 ऐसी स्किल्स हैं, जिसे बच्चों को 20 की उम्र से पहले सिखा देना चाहिए. आइए जानते हैं. स्मॉग से बचने के तरीके यहां जान लीजिए, नहीं तो पड़ सकते हैं गंभीर रूप से बीमार

20 साल की उम्र से पहले क्या सिखाएं

1- 20 साल की उम्र से पहले बच्चों को अकेले ट्रैवलिंग करने की ट्रेनिंग दे देनी चाहिए. 

2- साइकिल और बाइक तो सबसे जरूरी स्किल्स में से है. आप ये सारी चीजें अपनी निगरानी में सिखाएं. आप ड्राइविंग 18 साल की उम्र तक जरूर सिखा दीजिए. 

3- वहीं, आप पैसे मैनेज करना भी सिखा दीजिए. इस उम्र में बच्चा आसानी से सीख जाएगा. इस उम्र के बाद बच्चे को सीखने में परेशानी हो सकती है. 

ऐसे बढ़ाएं कॉन्फिडेंस

- बच्‍चे गलतियों से अच्‍छी तरह सीख पाते हैं. इसलिए उन्‍हें गलतियां करने की इजाजत दें. उन्‍हें बात बात पर डांटे नहीं, उन्‍हें सुधरने का मौका दें .

-इसलिए बच्‍चे के सामने आप ऐसा काम करें कि वह भी आपकी तरह बनें. अच्‍छी आदत सिखाने का ये सबसे अच्‍छा तरीका हो सकता है. इस तरह उन्‍हें नई दिशा मिलेगी और वे कॉन्फिडेंट रहेंगे.   

-बच्‍चे को अपनी राय रखने का मौका हर माता पिता को देनी चाहिए. इस तरह उसे सोचने और अपनी बात सही तरीके से रखने की आदत होगी और आत्‍मविश्‍वास बढ़ेगा.

- बच्‍चे को किसी नई चीज को सीखने और उसमें हिस्‍सा लेने के लिए मोटिवेट करना जरूरी है. इसके लिए आप उन्‍हें नए-नए गेम में डाले, एक्टिविटी में भेजें या कुछ कॉम्पिटिशन में हिस्‍सा लेने के लिए बोलें. इस तरह वह चैलेंज को लेकर पॉजीटिव होंगे और उनका आत्‍मविश्‍वास बढ़ेगा.

- बच्‍चों के लिए माता-पिता से मिली प्रशंसा काफी मायने रखती है. इसलिए अगर आपका बच्‍चा छोटी छोटी अचीवमेंट भी कर रहा है तो उसका हौसला बढ़ाएं और खूब प्रशंसा सराहना करें.

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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