Baby vaccination care tips : जब आपका बच्चा होता है, तो आपको बहुत सी बातों का ध्यान रखना पड़ता है, खास तौर पर यह सुनिश्चित करना कि आपके नवजात शिशु (new born baby health care tips) को सभी सही टीके लगे हों. जन्म से लेकर 6 वर्ष की आयु तक, शिशुओं और बच्चों को निम्नलिखित टीके लगाए जाते हैं: हेपेटाइटिस ए, हेपेटाइटिस बी, रोटावायरस, डिप्थीरिया, टेटनस, काली खांसी (पर्टुसिस), हेमोफिलस इन्फ्लुएंजा टाइप बी, पोलियो, कोविड, फ्लू (इन्फ्लूएंजा), न्यूमोकोकल रोग, खसरा, कण्ठमाला, रूबेला और चिकनपॉक्स (वैरिसेला). ये सारे वैक्सिनेशन बच्चे को संक्रमित और जानलेवा रोगों से पूरा जीवन सुरक्षित करने का काम करते हैं. इसलिए बच्चे के टीका लगने के बाद अगर उस जगह पर गांठ बन गई है, तो यह आमतौर पर चिंता की बात नहीं होती और यह एक सामान्य प्रक्रिया हो सकती है. लेकिन अगर आप इसे ठीक करने के लिए कुछ उपाय करना चाहती हैं, तो नीचे दिए गए असरदार उपायों को कर सकती हैं-
टीके की गांठ ठीक करने के घरेलू उपाय
गर्म पानी की सिकाई (hot water compress) : एक साफ कपड़े को गर्म पानी में भिगोकर उसे निचोड़ लें और फिर गांठ वाली जगह पर लगाएं. इससे सूजन और दर्द में आराम मिल सकता है.
ठंडी सिकाई (cold compress): अगर गांठ के साथ सूजन भी है, तो ठंडी सिकाई (आइस पैक) का उपयोग कर सकती हैं. यह सूजन को कम करने में मदद करेगा.
मालिश (massage): अगर गांठ थोड़ी सख्त महसूस होती है, तो हल्के हाथों से मालिश करना मददगार हो सकता है. मालिश से रक्त संचार बेहतर होता है और गांठ की स्थिति में सुधार हो सकता है.
साफ-सफाई (hygiene) : गांठ वाली जगह को हमेशा साफ रखें और उसे छूने से पहले हाथों को अच्छे से धोएं.संक्रमण से बचने के लिए यह जरूरी है.
यह बात है जरूरीअगर गांठ के साथ बुखार, अत्यधिक लालिमा, दर्द या किसी अन्य असामान्य लक्षणों का अनुभव हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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