कुकिंग टेक्नीक भी कर सकती है आपको बीमार
नई दिल्ली:
जितना जरूरी खान-पान की अच्छी आदतों को अपनाना है उतना ही इस बात पर भी ध्यान देना चाहिए कि हम अपना खाना किस तरह बना रहे हैं. बदलती लाइफस्टाइल और भाग-दौड़ के चलते फास्ट कुकिंग टेक्नीक ज्यादातर रसोई घरों का हिस्सा बन चुकी है. माइक्रोवेव अवन, ग्रिलर, तंदूर और सैंडविच मेकर जैसी तमाम चीजें हमारे घर की किचन का अहम हिस्सा हैं. इस बात में कोई दोराय नहीं कि इनकी बदौलत न सिर्फ खाना बनाना आसान हो गया है बल्कि समय की भी बचत होती है. लेकिन जैसे हर सिक्के के दो पहले होते हैं एक अच्छा और एक बुरा. ठीक उसी तरह इन लेटेस्ट टेक्नीक के अपने फायदे हैं तो नुकसान भी हैं. जी हां, हमारे किचन की शान बढ़ा रही ये चीजें न सिर्फ हमारे खाने से जरूरी पोषक तत्व खींच रही हैं बल्कि उन्हें जहरीला भी बना रही हैं.
माइक्रोवेव में गर्म किया हुआ खाना खाने से हो सकती हैं ये खतरनाक बीमारियां
यहां पर हम आपको ऐसी ही 5 कुकिंग टेक्नीक के बारे में बता रहे हैं जो आपके खाने को जहरीला बना रही हैं:
1. ग्रिलिंग
ग्रिलिंग के दौरान अकसर लोग खाने की चारिंग यानी कि उसे जलाने लगते हैं. खाने को इस तरह काला करने से उसके पोषक तत्व तो खत्म हो ही जाते हैं साथ ही उसमें जहरीले पदार्थ भी आ जाते हैं. इसलिए हमेशा खाने को हल्का ग्रिल करना चाहिए इससे खाने का टेस्ट अच्छा रहता है. ग्रिलिंग हमेशा इस तरह करनी चाहिए जिससे खाने की ऊपर परत हल्की भूरी भी हो जाए और अंदर से पक भी जाए.
2. धीमी आंच
धीमी आंच में पकाना एक पुरानी कुकिंग टेक्नीक है. खासतौर से भारत में सदियों से धीमी आंच में खाना बनाने की परंपरा चली आ रही है. हल्की आंच में खाना बनाने से मीट बहुत ही सॉफ्ट और टेस्टी बनता है. लेकिन बहुत लंबे समय तक खाना आंच पर चढ़ाए रखने से ग्लूटामेट बनने लगता है और मीट जरूरत से ज्यादा पक जाता है. धीमी आंच में खाना बनाने का मतलब है कि उसे सही तरह से पकाया जाए. यानी कि न ज्यादा न कम. यही नहीं ऐसा करते वक्त खाने के बर्तन को अच्छी तरह ढककर रखना चाहिए. साथ ही खाने में हल्दी और रोज़मैरी जैसे एंटीऑक्सीडेंट युक्त मसालों का इस्तेमाल भी करना चाहिए ताकि खाने को जहरीला होने से बचाया जा सके.
सेहत से है प्यार तो भूलकर भी एक साथ न खाएं ये चीजें
3. तलना
तला-भुना खाना देखकर किसी के मुंह में भी पानी आ सकता है, लेकिन यह सबसे ज्यादा जहरीला खाना होता है. डीप फ्राइड करने का मतलब है कि खाने को ऑक्सीडाइज्ड फैट, विकृत प्रोटीन और ग्लाइकेटेड शुगर में नहला देना. खाने को तलने के लिए जिस हाई टेम्परेचर की जरूरत होती है वह खाने को जहरीला कर देता है, जो आगे चलकर कैंसर का बड़ा कारण बनता है.
4. माइक्रोवेव
खाने को माइक्रोवेव में गर्म करने से पहले बेहद सावधानी बरतनी चाहिए. इसका इस्तेमाल रोजाना करने के बजाए कभी-कभार ही करना चाहिए. कई शोधों में इस बात का खुलासा हुआ है कि माइक्रोवेव में खाना गरम करने से आपके किचन में इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फील्ड बन जाता है.
5. बारबेक्यू
हमारे घर में जब भी पार्टी या छोटी गैदरिंग होती है हम में से ज्यादातर लोग बारबेक्यू करना पसंद करते हैं. बारबेक्यू किया हुआ खाना होता भी बहुत टेस्टी है. हालांकि ये अलग बात है कि बारबेक्यू करने से भी खाना जहरीला हो सकता है. खाने में मौजूद फैट जब कोयले के संपर्क में आते हैं तो कैंसर वाले जहरीले पदार्थ बनने लगते हैं और यही नहीं इस तरह का खाना खाने से जलन भी होती है. कई शोधों में खुलासा हुआ है कि ज्यादातर बारबेक्यू सॉस में शुगर और MSG कॉन्टेंट होता है जो आपकी सेहत के लिए खतरनाक है. इसलिए बारबेक्यू की तुलना में खाने को लाइट ग्रिल करना ज्यादा बेहतर ऑप्शन है.
VIDEO: पेट में जलन हो तो क्या करें?
माइक्रोवेव में गर्म किया हुआ खाना खाने से हो सकती हैं ये खतरनाक बीमारियां
यहां पर हम आपको ऐसी ही 5 कुकिंग टेक्नीक के बारे में बता रहे हैं जो आपके खाने को जहरीला बना रही हैं:
1. ग्रिलिंग
ग्रिलिंग के दौरान अकसर लोग खाने की चारिंग यानी कि उसे जलाने लगते हैं. खाने को इस तरह काला करने से उसके पोषक तत्व तो खत्म हो ही जाते हैं साथ ही उसमें जहरीले पदार्थ भी आ जाते हैं. इसलिए हमेशा खाने को हल्का ग्रिल करना चाहिए इससे खाने का टेस्ट अच्छा रहता है. ग्रिलिंग हमेशा इस तरह करनी चाहिए जिससे खाने की ऊपर परत हल्की भूरी भी हो जाए और अंदर से पक भी जाए.
2. धीमी आंच
धीमी आंच में पकाना एक पुरानी कुकिंग टेक्नीक है. खासतौर से भारत में सदियों से धीमी आंच में खाना बनाने की परंपरा चली आ रही है. हल्की आंच में खाना बनाने से मीट बहुत ही सॉफ्ट और टेस्टी बनता है. लेकिन बहुत लंबे समय तक खाना आंच पर चढ़ाए रखने से ग्लूटामेट बनने लगता है और मीट जरूरत से ज्यादा पक जाता है. धीमी आंच में खाना बनाने का मतलब है कि उसे सही तरह से पकाया जाए. यानी कि न ज्यादा न कम. यही नहीं ऐसा करते वक्त खाने के बर्तन को अच्छी तरह ढककर रखना चाहिए. साथ ही खाने में हल्दी और रोज़मैरी जैसे एंटीऑक्सीडेंट युक्त मसालों का इस्तेमाल भी करना चाहिए ताकि खाने को जहरीला होने से बचाया जा सके.
सेहत से है प्यार तो भूलकर भी एक साथ न खाएं ये चीजें
3. तलना
तला-भुना खाना देखकर किसी के मुंह में भी पानी आ सकता है, लेकिन यह सबसे ज्यादा जहरीला खाना होता है. डीप फ्राइड करने का मतलब है कि खाने को ऑक्सीडाइज्ड फैट, विकृत प्रोटीन और ग्लाइकेटेड शुगर में नहला देना. खाने को तलने के लिए जिस हाई टेम्परेचर की जरूरत होती है वह खाने को जहरीला कर देता है, जो आगे चलकर कैंसर का बड़ा कारण बनता है.
4. माइक्रोवेव
खाने को माइक्रोवेव में गर्म करने से पहले बेहद सावधानी बरतनी चाहिए. इसका इस्तेमाल रोजाना करने के बजाए कभी-कभार ही करना चाहिए. कई शोधों में इस बात का खुलासा हुआ है कि माइक्रोवेव में खाना गरम करने से आपके किचन में इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फील्ड बन जाता है.
5. बारबेक्यू
हमारे घर में जब भी पार्टी या छोटी गैदरिंग होती है हम में से ज्यादातर लोग बारबेक्यू करना पसंद करते हैं. बारबेक्यू किया हुआ खाना होता भी बहुत टेस्टी है. हालांकि ये अलग बात है कि बारबेक्यू करने से भी खाना जहरीला हो सकता है. खाने में मौजूद फैट जब कोयले के संपर्क में आते हैं तो कैंसर वाले जहरीले पदार्थ बनने लगते हैं और यही नहीं इस तरह का खाना खाने से जलन भी होती है. कई शोधों में खुलासा हुआ है कि ज्यादातर बारबेक्यू सॉस में शुगर और MSG कॉन्टेंट होता है जो आपकी सेहत के लिए खतरनाक है. इसलिए बारबेक्यू की तुलना में खाने को लाइट ग्रिल करना ज्यादा बेहतर ऑप्शन है.
VIDEO: पेट में जलन हो तो क्या करें?
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