नई दिल्ली:
बुरा समय हर किसी के जीवन में आता है. ऐसे में एक व्यक्ति को ऐसे दोस्त की जरूरत होती है जो उसे संभाले, उसकी देखभाल करें और समय आने पर उसकी मदद भी करें. ऐसे समय में आपको जरूरत होती है अपने सच्चे दोस्त की. लेकिन कई बार अपने दोस्त के बुरे वक्त में उसको सलाह देने की ज़रूरत नहीं है. एक व्यक्ति जो पहले से ही खराब दौर से गुजर रहा है हो सकता है आपकी सलाह को उस तरीके से न ले सके जिस तरह से आप उसे समझा रहे हैं. ऐसे में आपके दोस्त को चाहिए एक ऐसा साथी जो सिर्फ उसकी सुने, अपनी कहे न. तो जनाब आइए आपको बताते हैं ऐसे मुश्किल वक्त में आपको अपने दोस्त से किस तरह की बातें नहीं करनी चाहिए.
1. अपने दोस्त से ये कभी न कहें कि दुनिया में तुमसे भी बदत्तर कोई हो सकता है.
2. उससे कहें उदास न हो और अपने लिए सॉरी महसूस मत करो.
3. "किसने कहा कि जीवन सही है?"
4. "मैं समझ सकता हूं कि तुम कैसे महसूस कर रहे होगे."
5. "छोड़ो यार!" और "चिल करो!" और "आज का दिन बहुत अच्छा है!"
6. "हर किसी का दिन आता है. तुम बस स्ट्रॉन्ग रहो. "
7. "मुझे लगता था कि तुम बहुत स्ट्रॉन्ग हो. "
8. "सब तुम्हारी गलती है."
9. "खुश रहना तुम्हारी च्वाइस है. सब तुम्हारे ऊपर है."
10. "कहीं घुमकर आओ यार. "
1. अपने दोस्त से ये कभी न कहें कि दुनिया में तुमसे भी बदत्तर कोई हो सकता है.
2. उससे कहें उदास न हो और अपने लिए सॉरी महसूस मत करो.
3. "किसने कहा कि जीवन सही है?"
4. "मैं समझ सकता हूं कि तुम कैसे महसूस कर रहे होगे."
5. "छोड़ो यार!" और "चिल करो!" और "आज का दिन बहुत अच्छा है!"
6. "हर किसी का दिन आता है. तुम बस स्ट्रॉन्ग रहो. "
7. "मुझे लगता था कि तुम बहुत स्ट्रॉन्ग हो. "
8. "सब तुम्हारी गलती है."
9. "खुश रहना तुम्हारी च्वाइस है. सब तुम्हारे ऊपर है."
10. "कहीं घुमकर आओ यार. "
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