
SSC VACANCY 2025 : कर्मचारी चयन आयोग ने सरकारी नौकरियों में पारदर्शिता लाने के लिए एक नई पहल शुरू की है, जिसका नाम है 'डिस्क्लोजर स्कीम'. इसके तहत अब उन उम्मीदवारों को भी नौकरी मिलेगी, जो परीक्षा तो पास कर गए लेकिन फाइनल लिस्ट में नाम नहीं आया. यह स्किम क्या है, कैसे काम करेगी और कब से लागू होगी ये सारी जानकारी आगे आर्टिकल में हम आपको डिटेल में बता रहे हैं...
डिस्क्लोजर स्कीम के अंतर्गत फाइनल लिस्ट से बाहर हो गए उम्मीदवारों की जानकारी पब्लिक की जाएगी. जिसमें उनका नाम, पिता या पति का नाम, जन्मतिथि, श्रेणी, लिंग, शैक्षिक योग्यता, परीक्षा अंक, मेरिट नंबर, पूरा पता और ईमेल आईडी शामिल है. लेकिन यह सारी डिटेल्स उन्हीं अभ्यर्थियों की सार्वजनिक की जाएंगी, जिन्होंने एप्लिकेशन भरते समय इसकी स्वीकृति दी होगी.
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आपको बता दें कि यह डेटा कर्मचारी चयन आयोग की आधिकारिक वेबसाइट और एक सरकारी पोर्ट पर पब्लिक किया जाएगा. जो सिर्फ 1 साल के लिए वेबसाइट पर उपलब्ध होगा.

क्या है डिस्क्लोजर स्कीम
इस योजना के तहत एसएससी एक सेंट्रल टैलेंट पूल तैयार करेगी, जिसमें उन उम्मीदवार को शामिल किया जाएगा जो भर्ती प्रक्रिया के अंतिम चरण से बाहर हो गए थे.
इसका उद्देश्य उन काबिल अभ्यर्थियों को वैकल्पिक नौकरी का अवसर देना है, जो किन्हीं कारणों से अंतिम भर्ती प्रक्रिया से बाहर हो गए थे. आपको बता दें कि इस योजना की नींव कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग (DoPT) के निर्देश पर रखी गई है.

किन लोगों पर लागू होगी यह स्किम
- वहीं, एसएससी द्वारा शुरू की गई डिस्क्लोजर स्कीम सिर्फ चयनित प्रतियोगी परीक्षाओं पर ही लागू होगा, न की सिलेक्शन पोस्ट्स एग्जाम पर.
- यह स्कीम 2024 के बाद जारी किए गए रिजल्ट पर लागू होगी.
- बता दें कि यह डेटा PSU, Autonomous institutions, अन्य सरकारी संगठन इसका इस्तेमाल कर सकते हैं. लेकिन इन डेटा का उपयोग करने से पहले एजेंसियों की इसकी सत्यता की स्वतंत्र जांच करनी होगी.
यहां से डाउनलोड करें डिस्क्लोजर स्कीम पीडीएफ
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