
सरकार की सबसे बड़ी हायरिंग एजेंसी यानी स्टाफ सेलेक्शन कमिशन (SSC) की तरफ से पिछले 4 सालों में सबसे कम नौकरियां दी गई हैं. लोकसभा में सांसद सप्तगिरी शंकर उलाका ने नौकरियों से जुड़ा डेटा मांगा था. सरकार की तरफ से जो जवाब दिया गया उसके हिसाब से 2019-20 में उससे पहले वर्षों की तुलना में सबसे कम नौकरियां दी गईं. इस डेटा में पिछले पांच वर्षों के दौरान यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (UPSC), स्टाफ सेलेक्शन कमीशन (SSC) और रेल मंत्रालय द्वारा नियुक्ति के लिए अनुशंसित उम्मीदवारों की संख्या शामिल है. SSC ने 2014-15 से अब तक 2,28,218 रिक्रूटमेंट किए हैं. इनमें सबसे कम रिक्रूटमेंट साल 2019-20 में हुए हैं, जिनकी संख्या 14000 से भी नीचे है. यानी बीते साल स्टाफ सेलेक्शन कमिशन सिर्फ 14000 नौकरियां ही दे पाया है.
बता दें कि इसकी एक वजह ये भी है कि बीते सालों की काफी नौकरियां अभी भी पेंडिंग चल रही हैं. SCCGL 2018 के रिक्रूटमेंट अभी तक नहीं किए गए हैं. इसके जरिए 11,271 वैकेंसी भरी जानी हैं. इसका फाइनल रिजल्ट नवंबर 2019 में घोषित किया गया था. इसके अलावा मौजूदा साल की बात की जाए तो अभी तक एक भी वैकेंसी नहीं भरी गई है. अप्रैल में इस साल के रिक्रूटमेंट्स को लेकर ऐलान किया जा सकता है. वहीं, संसद में साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, UPSC ने 2019-2020 में 4300 से अधिक भर्तियां की हैं. बता दें कि UPSC दो तरह से नौकरी के लिए परीक्षा आयोजित करता है.
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