केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई ने दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को कथित आबकारी घोटाले में 8 घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया, उनकी गिरफ्तारी को आम आदमी पार्टी ने लोकतंत्र के लिए काला दिन बताया है. दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया रविवार सुबह 11 बजे मुख्यालय पहुंचे थे. सीबीआई ने उन्हें करीब 8 घंटे कैमरे के सामने पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया. ये मामला दिल्ली सरकार की आबकारी पॉलिसी 2021-22 से जुड़े कथित घोटाले का है. सीबीआई सूत्रों के मुताबिक वो जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे और सवालों के सही जवाब नहीं दे थे. इसलिए उन्हें गिरफ्तार किया गया. दावा किया जा रहा है की सीबीआई के पास मनीष सिसोदिया के खिलाफ पुख्ता सबूत हैं.
सीबीआई की प्रेस रिलीज के मुताबिक गिरफ्तारी के प्रमुख कारण
- मनीष सिसोदिया जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे.
- दिल्ली के उपमुख्यमंत्री सवालों के जवाब से बच रहे थे.
- सीबीआई का दावा है कि गिरफ्तारी के लिए उसके पास पुख्ता सबूत हैं
गौरतलब है कि इस मामले में जांच एजेंसी ने 25 दिसंबर 2022 को विजय नायर समेत 6 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी. सिसोदिया को 19 फरवरी 2023 को CRPC u/s 41A के तहत नोटिस भेजा गया था हालांकि बजट तैयार करने का हवाला देते हुए सिसदिया ने समय मांगा था.
जिसके बाद फिर से सिसोदिया को 26 फरवरी के लिए समन भेजा गया था. आज उनसे वही सवाल फिर से दोहराए गए जिनका जवाब उन्होंने 17 अक्टूबर 22 को पूछताछ के दौरान नहीं दिए थे. सीबीआई के अनुसार पूछताछ के दौरान ना सिर्फ सिसोदिया ने जानकारी छिपाई बल्कि जांच टीम को बरगलाने की कोशिश भी की. जिसके बाद उनकी गिरफ्तारी की गई.
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