"न सजावटी और न राजनीतिक": राज्यपाल के पद को लेकर बोले उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू 

उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि राज्यपाल का कार्यालय 'न तो एक सजावटी स्थिति है और न ही एक राजनीतिक स्थिति.' उन्होंने राज्यपालों से यह सुनिश्चित करने की अपील की कि सरकार द्वारा वित्त पोषित कार्यक्रमों को राज्यों द्वारा ठीक से लागू किया जाए.

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उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू (फाइल)
नई दिल्ली:

उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू (Vice President M Venkaiah Naidu) ने अपना कार्यकाल समाप्त होने के बमुश्किल एक महीने पहले आज राज्यपालों से राज्यों के लिए एक ‘मार्गदर्शक‘ के रूप में कार्य करने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि राज्यपाल का कार्यालय 'न तो एक सजावटी स्थिति है और न ही एक राजनीतिक स्थिति.' उनके कार्यालय से जारी एक बयान में उन्होंने राज्यपालों से यह सुनिश्चित करने की अपील की कि सरकार द्वारा वित्त पोषित कार्यक्रमों को राज्यों द्वारा ठीक से लागू किया जाए. साथ ही कहा कि उन्हें राज्य प्रशासन के लिए अपने आचरण से एक उदाहरण पेश करना चाहिए. 

राज्यपालों, उपराज्यपालों और विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासकों को अपने आधिकारिक निवास पर आयोजित लंच के दौरान संबोधित करते हुए नायडू ने राज्यपालों से अपने राज्य में 'जितना संभव हो उतने विश्वविद्यालयों' का दौरा करने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि कुलाधिपति की भूमिका में छात्रों और कर्मचारियों को प्रेरित करने के लिए बातचीत करें.

उन्होंने सुझाव दिया कि राज्यपाल भी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में टीबी के उन्मूलन और स्वास्थ्य को लेकर अन्य जागरूकता पहल में महत्वपूर्ण भागीदार बन सकते हैं. टीकाकरण कवरेज के उदाहरण का हवाला देते हुए नायडू ने बताया कि कैसे टीकाकरण के लिए प्रेरित करने के 'सकारात्मक परिणाम हुए है' और भारत में मृत्यु दर में कमी आई है.

उन्होंने सुझाव दिया कि राज्यपाल विभिन्न टीकाकरण अभियानों में भागीदार बनें और लोगों के साथ बातचीत में स्वस्थ आहार की आदतों के महत्व पर भी जोर दें. 

विज्ञप्ति में बताया गया कि लंच के दौरान विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के राज्यपाल, उपराज्यपाल और प्रशासक, उनकी पत्नी, गृह मंत्री अमित शाह, वरिष्ठ अधिकारी और अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे. 

नायडू राज्यसभा के सभापति भी हैं. उन्होंने आज आगामी सत्र के एजेंडे पर विचार-विमर्श करने के लिए सर्वदलीय बैठक में 'फेयरवेल गिफ्ट' के रूप में संसद के अच्छे मानसून सत्र की मांग की. विपक्ष ने कल से शुरू हो रहे सत्र के लिए 16 मुद्दों को सूचीबद्ध किया है. 

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2017 में भाजपा ने तत्कालीन कैबिनेट मंत्री वेंकैया नायडू का नाम उपराष्ट्रपति पद के लिए आगे बढ़ाया था. देश के दूसरे सर्वाेच्च संवैधानिक पद का चुनाव नायडू ने आराम से जीत लिया था. उनका मौजूदा कार्यकाल 10 अगस्त को खत्म हो रहा है. 

इस बार उपराष्ट्रपति पद के लिए पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ सत्तारूढ़ एनडीए के उम्मीदवार हैं. संसद की वर्तमान संख्या 780 में से अकेले भाजपा के पास 394 सांसद हैं, जो बहुमत के 390 से अधिक हैं और इसी के चलते माना जा रहा है कि धनखड़ यह चुनाव आसानी से जीत जाएंगे. 

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