बीजेपी की वरिष्ठ नेत्री और मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती (Uma Bharti) ने आज एक विवाद पैदा करने वाला बयान दिया. उन्होंने ब्यूरोक्रेसी (Bureaucracy) यानी नौकरशाही को चप्पल उठाने वाली बताया. उमा भारती ने कहा कि ब्यूरोक्रेसी कुछ नही होती, चप्पल उठाने वाली होती है. चप्पल उठाती है हमारी. हम लोग ही राजी हो जाते हैं उसके लिए. उन्होंने कहा कि आपको क्या लगता है, ब्यूरोक्रेसी नेता को घुमाती है? नहीं-नहीं, अकेले में बात हो जाती है पहले, फिर ब्यूरोक्रेसी फाइल बनाकर लाती है. हमसे पूछिए 11 साल केंद्र में मंत्री रहे हैं, मुख्यमंत्री रहे हैं. पहले हमसे बात होती है, डिस्कशन होता है, फिर फाइल प्रोसेस होती है.
उमा भारती ने कहा कि सब फालतू की बातें हैं, ब्यूरोक्रेसी घुमाती है. घुमा ही नहीं सकती, उनकी औकात क्या है. हम उन्हें तनख्वाह दे रहे हैं, हम उन्हें पोस्टिंग दे रहे हैं, हम उन्हें प्रमोशन और डिमोशन दे रहे हैं. उनकी कोई औकात नहीं है. असली बात यह है कि हम ब्यूरोक्रेसी के बहाने से अपनी राजनीति साधते हैं.
दरअसल शनिवार को ओबीसी महासभा का प्रतिनिधिमंडल पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती से मिलने भौपाल स्थित उनके बंगले पहुंचा था. इस दौरान प्रतिनिधमंडल ने ओबीसी की जातिगत जनगणना एवं निजीकरण में आरक्षण को लेकर उमा भारती को 5 सूत्रीय मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा था.
ओबीसी महासभा के प्रतिनिधिमंडल ने चेतावनी दी थी कि मध्य प्रदेश सरकार को ओबीसी महासभा की मांगों पर जल्द से जल्द निर्णय लेना होगा अन्यथा ओबीसी महासभा सड़कों पर भारतीय जनता पार्टी के सांसद, विधायक, और मंत्रियों का पुरजोर विरोध करेगी. इस दौरान ओबीसी महासभा के प्रतिनिधिमंडल से बात करते हुए उमा भारती ने ब्यूरोक्रेसी पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर डाली.