"BJP फॉलोअर्स का ले रहे थे टेस्ट..." : मछली खाते वीडियो पर ट्रोल करने वालों को तेजस्वी यादव का जवाब

ट्रोलिंग उस वक्त शुरू हुई जब आरजेडी नेता ने बीती रात हेलीकोप्टर में पूर्व मंत्री मुकेश सहानी के साथ खाना खाते हुए एक वीडियो शेयर किया था.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
तेजस्वी ने कहा कि "हमने वीडियो शेयर करते हुए वीडियो का दिनाक भी लिखा था".

आरजेडी नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने बुधवार को अपने उस वीडियो का बचाव किया है, जिसमें वह हेलीकॉप्टर में मछली खाते हुए दिखाई दे रहे हैं. कई लोगों ने दावा किया है कि बिहार के नेता नवरात्रि के दौरान मांसाहारी खाना खा रहे हैं. बता दें कि नवरात्रि 9 अप्रैल से शुरू हो गई है और 9 दिन तक मनाए जाने वाले इस त्योहार में 9 देवियों की पूजा की जाती है. साथ ही कई श्रद्धालु इस दौरान व्रत भी रखते हैं और सात्विक आहार का सेवन करते हैं. 

इस ओर इशारा करते हुए, कई इंटरनेट यूजर्स ने हिंदुओं को भड़काने की कोशिश करने के लिए पूर्व उपमुख्यमंत्री की आलोचना की है. तेजस्वी यादव ने इसपर खुद का बचाव करते हुए बताया कि उनके पोस्ट में उल्लेख किया गया था कि वीडियो 8 अप्रैल का है, जो कि नवरात्रि शुरू होने से एक दिन पहले का है.

उन्होंने कहा, "हमने इस वीडियो को बीजेपी और गोदी मीडियो के फॉलोवर्स का टेस्ट लेने के लिए शेयर किया था और हम सही साबित हुए हैं. ट्वीट में वीडियो किस दिन का है इसकी जानकारी भी दी गई है लेकिन फिर भी आप जानते हैं कि फॉलोवर्स ने क्या किया है?"

Advertisement

ट्रोलिंग उस वक्त शुरू हुई जब आरजेडी नेता ने बीती रात हेलीकोप्टर में पूर्व मंत्री मुकेश सहानी के साथ खाना खाते हुए एक वीडियो शेयर किया था. अपनी पोस्ट में उन्होंने लिखा, "चुनाव की हलचल के बीच हेलिकॉप्टर में खाना! दिनांक- 08/04/2024". तेजस्वी यादव ने वीडियो में बताया है कि हेक्टिक चुनावी कैंपेन के बीच उन्हें खाना खाने के लिए केवल 10 से 15 मिनट का ही समय मिला था जिसमें फिश और रोटी थी. इस वजह से नवरात्रि के दौरान मांसाहारी खाने को लेकर सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग शुरू हो गई. 

Advertisement

यहां तक कि भाजपा सांसद गिरिराज सिंह ने भी आज सुबह पत्रकारों से बात करते हुए तेजस्वी यादव को "मौसमी सनातनी" करार दिया. बीजेपी नेता ने कहा, "तेजस्वी यादव एक 'मौसमी सनातनी' हैं जो तुष्टिकरण का पोषण करते हैं. कई लोग, चाहे वे रोहिंग्या हों या बांग्लादेशी घुसपैठिए, तब यहां आए जब उनके पिता (लालू यादव) सत्ता में थे. वे सनातन का मुखौटा पहनकर तुष्टिकरण की राजनीति करते हैं.'' 

Advertisement

यह भी पढ़ें : 

Featured Video Of The Day
Top News 17th May 2025: Russia-Ukraine में शांति की उम्मीद? Prisoners की सबसे बड़ी अदला-बदली
Topics mentioned in this article