तालिबान ने कहा- 'कश्मीर के मुसलमानों के लिए आवाज़ उठाने का हक है' : रिपोर्ट

बीबीसी उर्दू को दिए एक इंटरव्यू में तालिबान के प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने कहा: "मुसलमान होने के नाते, हमें यह अधिकार है कि हम कश्मीर, भारत या किसी भी अन्य देश में मुसलमानों के लिए अपनी आवाज उठाएं."

विज्ञापन
Read Time: 23 mins
तालिबान ने कहा- 'कश्मीर के मुसलमानों के लिए आवाज़ उठाने का हक है' : रिपोर्ट
तालिबान प्रवक्ता शाहीन की यह टिप्पणी कश्मीर पर तालिबान समूह के पहले के बयानों के विपरीत है.
काबुल:

भारत की इस चिंता के बीच कि तालिबान (Taliban) शासन के तहत भारत विरोधी गतिविधियों के लिए अफगानिस्तान (Afghanistan) क्षेत्र का इस्तेमाल किया जा सकता है, आतंकवादी समूह तालिबान ने कहा है कि उसे कश्मीर (Kashmir) सहित कहीं भी मुसलमानों के हक लिए अपनी आवाज उठाने का अधिकार है. हालांकि, तालिबान ने कहा कि समूह की किसी भी देश के खिलाफ हथियार उठाने की नीति नहीं है.

बीबीसी उर्दू को दिए एक इंटरव्यू में तालिबान के प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने कहा: "मुसलमान होने के नाते, हमें यह अधिकार है कि हम कश्मीर, भारत या किसी भी अन्य देश में मुसलमानों के लिए अपनी आवाज उठाएं."

जियो न्यूज के अनुसार, तालिबान प्रवक्ता ने कहा, "हम अपनी आवाज उठाएंगे और कहेंगे कि मुसलमान आपके अपने लोग हैं, आपके अपने नागरिक हैं. वे आपके कानूनों के तहत समान अधिकारों के हकदार हैं."

Advertisement

शाहीन की यह टिप्पणी कश्मीर पर तालिबान समूह के पहले के बयानों के विपरीत है. काबुल पर नियंत्रण करने के कुछ दिनों बाद, तालिबान ने कहा था कि कश्मीर एक "द्विपक्षीय और आंतरिक मामला" है.

Advertisement

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने गुरुवार को कहा कि भारत का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि अफगानिस्तान की जमीन का इस्तेमाल किसी भी तरह की आतंकी गतिविधियों के लिए न हो.

Advertisement

- - ये भी पढ़ें - -
* तालिबान आज कर सकता है नई सरकार का गठन, हैबतुल्ला अखुंदजादा निभाएंगे सबसे बड़ी भूमिका
* तालिबान को मान्यता देने की किसी संभावना के बारे में बात करना अभी जल्दबाजी: भारत
* विदेश सचिव श्रृंगला ने अमेरिका के विदेश मंत्री से द्विपक्षीय संबंधों और अफगानिस्तान मुद्दे पर चर्चा की
* अफगान एयरबेस पर कब्ज़ा करने और भारत के खिलाफ पाकिस्तान के इस्तेमाल की कोशिश में है चीन : निक्की हेली

Advertisement

इससे पहले औपचारिक और सार्वजनिक रूप से स्वीकृत संपर्क में कतर में भारतीय राजदूत दीपक मित्तल ने मंगलवार को तालिबान के वरिष्ठ नेता शेर मोहम्मद अब्बास स्टेनकजई से मुलाकात की थी और भारत की चिंताओं से अवगत कराया था कि अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल भारत विरोधी गतिविधियों और आतंकवाद के लिए नहीं किया जाना चाहिए.

MEA ने कहा था कि दोनों के बीच चर्चा अफगानिस्तान में फंसे भारतीय नागरिकों की सुरक्षा और जल्द वापसी और अफगान नागरिकों, विशेष रूप से अल्पसंख्यक समुदायों के सदस्यों की भारत यात्रा पर भी केंद्रित रही थी.

Featured Video Of The Day
Pahalgam Terror Attack: J&K CM Omar Abdullah ने कहा- 'हम कभी भी सिंधु जल संधि के पक्ष में नहीं'