सुप्रीम कोर्ट को दो नए जज मिले, 5 सालों बाद हुई अल्पसंख्यक समुदाय के जज की नियुक्ति

जजों के नामों की सिफारिश के 48 घंटे में केंद्र ने नियुक्ति की अधिसूचना जारी कर दी है. गुवाहाटी हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस सुधांशु धूलिया और गुजरात हाईकोर्ट के जज जमशेद बी पारदीवाला को सुप्रीम कोर्ट जज के रूप में नियुक्त किया गया है. राष्ट्रपति ने इनके नामों पर मुहर लगा दी है.

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नई दिल्ली:

सुप्रीम कोर्ट को दो नए जज मिल गए हैं. नामों की सिफारिश के 48 घंटे में केंद्र ने नियुक्ति की अधिसूचना जारी कर दी है. गुवाहाटी हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस सुधांशु धूलिया और गुजरात हाईकोर्ट के जज जमशेद बी पारदीवाला को सुप्रीम कोर्ट जज के रूप में नियुक्त किया गया है. राष्ट्रपति ने इनके नामों पर मुहर लगा दी है. बता दें कि 5 मई को सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने दो नए जजों की सिफारिश केंद्र सरकार को भेजी थी. सुधांशु धूलिया और जमशेद बी पारदीवाला को सुप्रीम कोर्ट जज  के रूप में नियुक्त करने की सिफारिश पर CJI एन वी रमना की अध्यक्षता वाले SC कॉलेजियम ने फैसला लिया था.

ये दोनों न्यायाधीश सोमवार को अपने नए पद की शपथ ले सकते हैं.

बता दें कि जानकारी है कि जस्टिस पारदीवाला भारत के मुख्य न्यायाधीश यानी CJI बनेंगे. वो मई, 2028 में देश के सीजेआई बन सकते हैं. उनका कार्यकाल लगभग 2 वर्ष 3 महीने का होगा. वो सुप्रीम कोर्ट में चौथे पारसी जज हैं. उनकी नियुक्ति का मतलब है कि 5 सालों के अंतराल के बाद अल्पसंख्यक समुदाय के किसी जज की नियुक्ति हुई है. इसके पहले जज एस अब्दुल नज़ीर को फरवरी 2017 में सर्वोच्च न्यायालय में नियुक्ति की गई थी.

वहीं, जस्टिस धूलिया उत्तराखंड HC  से पदोन्नत होने वाले दूसरे जज होंगे. CJI जस्टिस एन वी रमना की अगुवाई में 5 जजों के कॉलेजियम में सर्वसम्मति से सर्वसम्मति से पिछले साल अगस्त से अब तक 11 नामों की रिकॉर्ड संख्या की सिफारिश की गई है. उनमें से 3 महिलाओं सहित 9 को 31 अगस्त 2021 को CJI एन वी रमना द्वारा सर्वोच्च न्यायालय के जज  के रूप में शपथ दिलाई गई थी.

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CJI रमना, जस्टिस यू यू ललित, जस्टिस ए एम खानविलकर, जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ और जस्टिस एल नागेश्वर राव के इसी कॉलेजियम ने भी विभिन्न  हाईकोर्ट में 10 नए मुख्य न्यायाधीशों की नियुक्ति की सिफारिश की. तीन जजों के कॉलेजियम ने अब तक विभिन्न HC के जजों के रूप में नियुक्ति के लिए 180 नामों की सिफारिश की है.

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