"बड़ा दिल दिखाएं...": AAP ने राहुल गांधी की 'मोहब्‍बत की दुकान' पर उठाया सवालिया निशान

2024 के लोकसभा चुनाव से पहले देशभर के विपक्षी दलों की पहली बैठक शुक्रवार को पटना में हुई. आम आदमी पार्टी भी इस बैठक में शामिल हुई. लेकिन कांग्रेस ने भी तक केंद्र के अध्यादेश पर आप का साथ देने का ऐलान नहीं किया है.

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आम आदमी पार्टी ने अलग अंदाज में कांग्रेस नेता राहुल गांधी से बड़ा दिल दिखाने को कहा
नई दिल्‍ली:

दिल्ली के लिए लाये गए केंद्र के अध्यादेश पर कांग्रेस के रुख को लेकर भ्रम के बीच आम आदमी पार्टी ने पटना में विपक्षी दलों की बैठक में राहुल गांधी से मतभेद भुलाने और साथ मिलकर आगे बढ़ने को कहा है. आप लगातार कांग्रेस पर उसका साथ देने का दबाव बना रही है. इस बीच आम आदमी पार्टी ने अलग अंदाज में कांग्रेस नेता राहुल गांधी से बड़ा दिल दिखाने को कहा है. आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने राहुल गांधी के लिए कहा, "राहुल गांधी जी अक्सर यह बात कहते हैं और मुझे ये डायलॉग बहुत अच्छा लगता है. वो कहते हैं- मैं नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोलकर बैठा हूं. साहब हम मानते हैं कि यह नफरत का बाजार है.... मगर इस मोहब्बत की दुकान में आप मोहब्बत दीजिये ना..." 

सौरभ भारद्वाज ने आगे कहा, "अगर आपके पास विपक्षी पार्टियां मोहब्बत मांगने आई हैं, और आप कह रहे हैं आपके पास मोहब्बत नहीं है, प्यार नहीं है तो फिर यह मोहब्बत की दुकान पर सवालिया निशान है."

इससे पहले सूत्रों ने दावा किया कि पटना में विपक्ष की बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस विषय में हस्तक्षेप किया और सुझाव दिया कि राहुल तथा केजरीवाल को दोपहर भोज पर साथ बैठना चाहिए, ताकि सभी मुद्दों का हल हो जाए. पार्टी के एक सूत्र ने कहा, "अरविंद केजरीवाल ने (अध्यादेश के विषय पर) राहुल गांधी से सीधे तौर पर बात की और कहा कि यदि कोई मुद्दा है तो वे चाय पर इसका समाधान कर सकते हैं."

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स्थिति को देखते हुए, उन्होंने कहा कि ‘आप' को यह फैसला करना अभी बाकी है कि क्या यह शिमला में विपक्षी दलों की होने वाली बैठक में शामिल होगी. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की अध्यक्षता में शिमला में संभवत: 10 या 12 जुलाई को होने वाली एक अन्य बैठक में कार्ययोजना तैयार किये जाने की उम्मीद है. लगभग एक दर्जन से अधिक विपक्षी दलों ने शुक्रवार को पटना में हुई अपनी बैठक में, 2024 के लोकसभा चुनाव में साथ मिलकर भाजपा का मुकाबला करने का संकल्प लिया.

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