“हम महाराष्ट्र लौटेंगे जब..”:  शिवसेना के बागी विधायकों ने सियासी लड़ाई पर दिया बड़ा संकेत

महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे कैंप के नेता संजय राउत और मंत्री आदित्य ठाकरे लगातार बागी विधायकों को मुंबई वापस आने की चुनौती दे रहे हैं. 

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Maharashtra Crisis : महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट गहराता जा रहा है
मुंबई:

शिवसेना के बागी एकनाथ शिंदे गुट ने अदालती लड़ाई के साथ राजनीतिक तौर पर भी ठाकरे कैंप की चुनौती को स्वीकार करने का संकेत दिया है. शिवसेना के नेता लगातार बागी विधायकों को मुंबई आने की चुनौती दे रहे हैं. ऐसी ही चुनौतियों को कबूल करते हुए शिंदे गुट में शामिल बागी विधायक दीपक केसरकर ने एएनआई से कहा है कि एक-दो विधायक और यहां आएंगे और हमारे साथ शामिल होंगे. उनके और निर्दलीय विधायकों के समर्थन के साथ हमारी ताकत 51 तक पहुंच जाएगी. हम एक-दो दिन में किसी नतीजे पर पहुंच जाएंगे और फिर सीधा महाराष्ट्र जाएंगे. 

महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे कैंप के नेता संजय राउत और मंत्री आदित्य ठाकरे लगातार बागी विधायकों को मुंबई वापस आने की चुनौती दे रहे हैं. गौरतलब है कि महाराष्ट्र का सियासी संकट अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है. गुवाहाटी में डेरा डाले शिवसेना के बागी गुट के नेता एकनाथ शिंदे ने सु्प्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल की है उन्होंने डिप्टी स्पीकर के अयोग्यता के नोटिस को चुनौती दी है. महाराष्ट्र विधानसभा के डिप्टी स्पीकर ने शिवसेना के ठाकरे गुट की याचिका पर 16 विधायकों को अयोग्यता का नोटिस जारी किया है. जिन्हें 27 जून की शाम तक जवाब देना है.

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शिंदे गुट ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल अपनी याचिका में अयोग्यता नोटिस की वैधता पर सवाल उठाया है. शिंदे के अलावा 15 अन्य बागी विधायकों को ऐसा नोटिस भेजा गया है. शिंदे कैंप ने शिवसेना विधायक दल का नेता अजय चौधरी को नियुक्त किए जाने को भी चुनौती दी है. हालांकि इन विधायकों के पास 27 जून की शाम तक का ही समय है, ऐसे में तब तक सुप्रीम कोर्ट का कोई निर्देश या स्टे नहीं आता है तो उनके लिए मुश्किलें बढ़ जाएंगी. 

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बागी खेमे में अभ 40 से ज्यादा शिवसेना के विधायक हैं और निर्दलीयों की यह संख्या 50 के करीब हो जाती है. रविवार को 9वें मंत्री उदय सावंत भी बागी कैंप के साथ जुड़ गए. बागी खेमे का कहना है कि दो तिहाई बहुमत के साथ वो अलग पार्टी बना सकते हैं और उन पर अय़ोग्यता की कार्रवाई नहीं की जा सकती. ठाकरे कैंप के 16 विधायकों को अयोग्यता का नोटिस भेजा गया है. 

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बागी खेमे में अभी 40 से ज्यादा शिवसेना के विधायक हैं और निर्दलीयों की यह संख्या 50 के करीब हो जाती है. रविवार को 9वें मंत्री उदय सावंत भी बागी कैंप के साथ जुड़ गए. बागी खेमे का कहना है कि दो तिहाई बहुमत के साथ वो अलग पार्टी बना सकते हैं और उन पर अय़ोग्यता की कार्रवाई नहीं की जा सकती. ठाकरे कैंप के 16 विधायकों को अयोग्यता का नोटिस भेजा गया है. हालांकि सूत्रों की ओर से दावा किया गया है कि 20 के करीब विधायक उद्धव ठाकरे के संपर्क में हैं. इनमें से कई विधायक बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाने के प्रस्ताव के पक्ष में नहीं हैं. केसरकर ने यह भी कहा है कि हमारे पास संख्या है. लेकिन हम उद्धव ठाकरे का सम्मान करते हैं और हमारा धड़ा किसी अन्य पार्टी के साथ विलय नहीं करेगा. 

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