राजनाथ ने अत्यधिक ऊंचाई पर धैर्य और साहस को बढ़ावा देने के लिए की ‘सोल ऑफ स्टील’ पहल की शुरुआत

'सोल ऑफ स्टील' का आयोजन क्लॉ ग्लोबल द्वारा किया जा रहा है. प्रतिभागियों का चयन एक विस्तृत स्क्रीनिंग और प्रशिक्षण मॉडल के माध्यम से पारंपरिक और आधुनिक मानकों के माध्यम से किया जाएगा. 

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(फाइल फोटो)
नई दिल्ली:

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को 'सोल ऑफ स्टील' नामक एक पहल की शुरुआत की, जिसका उद्देश्य उत्तराखंड के गढ़वाल हिमालय में अत्यधिक ऊंचाई पर धैर्य एवं साहस को बढ़ावा देना है. दिग्गजों के एक समूह द्वारा संचालित इस साहसिक चुनौती का उद्देश्य उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्र में पर्यटन को सुनिश्चित करना और अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना भी है.

लगभग तीन महीने की चुनौती में कुल 12 भारतीय प्रतिभागी और छह अंतरराष्ट्रीय टीमें भाग लेने जा रही हैं. उत्तराखंड की अपनी यात्रा के दौरान रक्षा मंत्री ने 'सोल ऑफ स्टील' चुनौती के तहत विभिन्न साहसिक गतिविधियों के लिए ‘साइन अप' के वास्ते एक वेबसाइट भी लॉन्च की.

‘एडवेंचर चैलेंज' को भारतीय सेना का समर्थन है. सिंह ने इस पहल के तहत 460 किलोमीटर लंबी कार रैली 'रोड टू द एंड' को हरी झंडी दिखाई. रक्षा मंत्रालय के अनुसार, रैली अगले तीन दिनों में चमोली जिले के नीती गांव के पास गढ़वाल हिमालय में अपने गंतव्य तक पहुंचेगी.

'सोल ऑफ स्टील' का आयोजन क्लॉ ग्लोबल द्वारा किया जा रहा है. प्रतिभागियों का चयन एक विस्तृत स्क्रीनिंग और प्रशिक्षण मॉडल के माध्यम से पारंपरिक और आधुनिक मानकों के माध्यम से किया जाएगा. परियोजना की कुल लागत लगभग 30 करोड़ रुपये है.

अधिकारी ने कहा कि कार्यक्रम के दौरान, प्रतिभागियों को अपने मन, चेतना और आत्मा के असीम दायरे की खोज करने के लिए अपने शरीर की अनुमानित सीमाओं से परे काम करने के वास्ते प्रशिक्षित किया जाएगा. अधिकारी ने कहा कि यह साहसिक पर्यटन के लिए उत्तराखंड को वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर लाएगा.

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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