राष्ट्रपति मुर्मू ने असाधारण बहादुरी के लिए वीरों को कीर्ति चक्र और शौर्य चक्र से किया सम्मानित

सशस्त्र बलों की सर्वोच्च कमांडर राष्ट्रपति मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में आठ कीर्ति चक्र और 29 शौर्य चक्र प्रदान किये.

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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नायक जितेंद्र सिंह को कीर्ति चक्र प्रदान किया.
नई दिल्‍ली:

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कर्तव्य निर्वहन में अदम्य साहस एवं असाधारण पराक्रम प्रदर्शित करने के लिए थलसेना और अर्द्धसैनिक तथा पुलिस बलों के कर्मियों को मंगलवार को आठ कीर्ति चक्र प्रदान किये. इनमें से पांच कर्मियों को यह पदक मरणोपरांत प्रदान किया गया है. यह शांतिकाल के लिए भारत का दूसरा सर्वोच्च वीरता पदक है. 

रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि सशस्त्र बलों की सर्वोच्च कमांडर राष्ट्रपति मुर्मू ने यहां राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में 29 शौर्य चक्र भी सशस्त्र बलों, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) और राज्य/केंद्र शासित प्रदेश पुलिस के कर्मियों को प्रदान किये. इनमें से पांच कर्मियों को यह पदक मरणोपरांत प्रदान किया गया. 

बयान के अनुसार, सीमा सुरक्षा बल में कांस्टेबल/जनरल ड्यूटी, सुदीप सरकार, जम्मू कश्मीर पुलिस के कांस्टेबल रोहित कुमार और तीन अन्य--छत्तीसगढ़ पुलिस के एक उपनिरीक्षक और दो हेड कांस्टेबल-- को मरणोपरांत कीर्ति चक्र प्रदान किया गया. 

राष्ट्रपति भवन ने एक ट्वीट में कहा, "राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मेजर शुभांग, डोगरा रेजीमेंट, 62वीं बटालियन, राष्ट्रीय राइफल्स को कीर्ति चक्र प्रदान किया."

उल्लेखनीय है कि शांतिकाल के लिए अशोक चक्र और कीर्ति चक्र के बाद शौर्य चक्र भारत का तीसरा सर्वोच्च वीरता पदक है. 

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(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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