राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) ने जल संकट के बीच आगामी इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के क्रिकेट मैचों के लिए बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में उपचारित पानी की आपूर्ति के मामले में कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ को नोटिस जारी किया है.
एनजीटी ने एक मीडिया रिपोर्ट पर स्वत: संज्ञान लिया, जिसमें दावा किया गया है कि कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (केएससीए) के अनुरोध पर बैंग्लोर जल आपूर्ति और सीवरेज बोर्ड (बीडब्ल्यूएसएसबी) ने स्टेडियम में उपचारित पानी की आपूर्ति की अनुमति दी है.
एनजीटी के अध्यक्ष न्यायमूर्ति प्रकाश श्रीवास्तव और विशेषज्ञ सदस्य ए सेंथिल वेल की पीठ ने कहा कि रिपोर्ट के अनुसार, बेंगलुरु में तीन मैच निर्धारित हैं और मैचों के दौरान स्टेडियम में प्रति दिन लगभग 75,000 लीटर पानी की आवश्यकता होगी.
पीठ ने यह भी कहा कि रिपोर्ट कर्नाटक की राजधानी में लगभग 500 मिलियन लीटर प्रति दिन (एमएलडी) पानी की कमी को रेखांकित करती है. इसने रिपोर्ट पर गौर करते हुए कहा कि कर्नाटक जल आपूर्ति और सीवरेज बोर्ड (केडब्ल्यूएसएसबी) ने कार धोने, बागवानी, निर्माण और रखरखाव कार्यों के लिए पीने के पानी के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया था, लेकिन बोर्ड ने मैच आयोजित करने के लिए स्टेडियम में इतनी बड़ी मात्रा में पानी के उपयोग की अनुमति दे दी.
एनजीटी ने सोमवार को पारित एक आदेश में कर्नाटक राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सदस्य सचिव, बीडब्ल्यूएसएसबी अध्यक्ष, केएससीए सचिव, बेंगलुरु के उपायुक्त एवं जिलाधिकारी को शामिल पक्षों या प्रतिवादी अधिकारियों के रूप में शामिल किया.
यह देखते हुए कि केएससीए को छोड़कर अधिकारियों के सभी वकीलों ने अपने जवाब दाखिल करने के लिए चार सप्ताह का समय मांगा है, एनजीटी ने संघ के सचिव को नोटिस जारी किया. मामले की अगली सुनवाई दो मई को होगी.
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