कोविड-19 के पीड़ितों को मुआवजे के बारे में पता ही नहीं, सरकार ऑनलाइन पोर्टल बनाए : सुप्रीम कोर्ट

इस मामले में सुनवाई करते हुए सामवार को सुप्रीम कोर्ट ने कहा, कि बहुत से लोग हैं जिन्होंने कोविड-19 में अपने रिश्तेदार खोए हैं. वे अभी भी मुआवजे की योजना के बारे में नहीं जानते हैं.

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सुप्रीम कोर्ट ने कहा, कि बहुत से लोग हैं जिन्होंने कोविड-19 में अपने रिश्तेदार खोए हैं.
नई दिल्ली:

देशभर में कोरोना का कहर अभी थोड़ा कम हो गया है, लेकिन ऐसे बहुत से लोग हैं जिन्होंने इस महामारी में अपने करीबियों को खोया है, लेकिन उन्हें अब तक सरकार की तरफ से कोई मुआवजा नहीं मिला है. इस मामले में सुनवाई करते हुए सामवार को सुप्रीम कोर्ट ने कहा, कि बहुत से लोग हैं जिन्होंने कोविड-19 में अपने रिश्तेदार खोए हैं. वे अभी भी मुआवजे की योजना के बारे में नहीं जानते हैं. इसके लिए सरकारों को व्यापक प्रचार करना चाहिए. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि एक ऐसा सिस्टम भी बनाना चाहिए जहां लोग मुआवजे के लिए ऑनलाइन दावा कर सकें. उधर केंद्र सरकार ने SC को भरोसा दिया है कि दो सप्ताह के भीतर एक ऑनलाइन पोर्टल विकसित किया जाएगा. उस पोर्टल पर कोविड-19 से हुई मौत के मामलों में मुआवजे का दावा किया जा सकता है.

'ओमिक्रोन' के अलर्ट के बीच द.अफ्रीका से डोंबिवली लौटा व्यक्ति पाया गया कोरोना पॉजिटिव

सुप्रीम कोर्ट ने इस मुद्दे पर अपना असंतोष जताते हुए कहा कि महाराष्ट्र, जम्मू कश्मीर, तमिलनाडु, तेलंगाना, त्रिपुरा जैसे कोविड प्रभावित राज्यों ने भी नोटिस के बावजूद अब तक इस मुआवजे की भरपाई और अन्य योजनाओं के बारे में केंद्र सरकार को कोई जानकारी नहीं दी है. इस मामले में अगली सुनवाई सोमवार को होगी.

दक्षिण अफ्रीका: नए कोविड वेरिएंट से बचने के लिए देशभर में वैक्सीन लगाना हो सकता है अनिवार्य

उधर इन दिनों दक्षिण अफ्रीका में फैले कोरानावायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रोन के बाद एक बार फिर कोरोना के केस बढ़ने लगे हैं. सोमवार को ही महाराष्ट्र के डोंबिवली में दक्षिण अफ्रीका के केप टाउन से आए एक व्यक्ति को कोरोना पॉजिटिव पाया गया है. हालां​कि अभी यह पुष्टि नहीं हो पाई है कि यह व्यक्ति ओमिक्रोन से संक्रमित है या नहीं.

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